दरभंगा: साल 2041 तक दरभंगा नगर निगम क्षेत्र का परसीमन (re-delineation) बदल जाएगा। केवटी, हनुमाननगर, बेनीपुर और हायाघाट जैसे क्षेत्रों को नगर निगम सीमा में शामिल किया जाएगा। यह कदम क्षेत्र के बेहतर विकास और नगरीय सुविधाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया जा रहा है।
मास्टर प्लान की समीक्षा बैठक
सोमवार को नगर आयुक्त राकेश कुमार गुप्ता ने समाहरणालय सभागार में जियोग्राफी इनफॉरमेशन सिस्टम (GIS) आधारित मास्टर प्लान की समीक्षा बैठक की।
- बैठक में ट्रैफिक, ट्रांसपोर्टेशन, जल निकासी, और आवासीय इलाकों के विस्तार पर चर्चा हुई।
- नदी किनारे ग्रीन जोन और पार्क निर्माण जैसे बिंदुओं पर भी विचार किया गया।
- निर्माणाधीन एम्स (AIIMS) के मद्देनजर इलाके का सर्वेक्षण कर इसे मास्टर प्लान में शामिल करने का सुझाव दिया गया।
शहरी क्षेत्र का विस्तार और लाभ
- 186 गांव चिन्हित किए गए हैं, जो नगर निगम क्षेत्र में शामिल होंगे।
- दरभंगा नगर निगम: 59 गांव
- केवटी: 42 गांव
- बेनीपुर: 75 गांव
- हनुमाननगर: 7 गांव
- हायाघाट: 3 गांव
- इन गांवों में लगभग 6,25,700 आबादी को उन्नति के पथ पर ले जाने के लिए योजना बनाई गई है।
अधिसूचना और भविष्य की योजनाएं
2019 में नगर निगम से सटे सीमावर्ती प्रखंडों के 186 रेवन्यू पंचायतों को आयोजना क्षेत्र घोषित किया गया था।
- प्लानिंग एरिया के लिए अधिसूचना जारी की गई।
- आगामी 20 वर्षों और उससे अधिक अवधि के लिए मास्टर प्लान लागू होगा।
- गरीबों के लिए कॉलोनी, नागरिक सुविधाएं, और कृषि आधारित उद्योगों के लिए स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (SEZ) का प्रावधान भी होगा।
निष्कर्ष
2041 तक दरभंगा नगर निगम क्षेत्र में शामिल होने वाले गांवों के विकास से बेहतर नगरीय सुविधाएं मिलेंगी और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी। यह योजना दरभंगा को विकसित और आधुनिक शहर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।