Prabhash Ranjan, दरभंगा | बिहार-झारखंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव संगठन का दोवार्षिक अधिवेशन लहेरियासराय स्थित एक विवाह भवन में आयोजित किया गया। यह संगठन पिछले 42 वर्षों से कार्यरत है और इस दौरान इसके सदस्य सेल्स प्रमोशन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। इस अधिवेशन में संगठन ने सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स की कठिनाइयों और उनके अधिकारों के बारे में चर्चा की।
रैली का आयोजन
अधिवेशन के पहले दिन, शहर के विभिन्न मार्गों पर एक रैली निकाली गई, जो सेल्स प्रमोशन में रिप्रेजेंटेटिव्स की भूमिका और उनके संघर्ष को उजागर करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।
मुख्य वक्तव्य और विचार-विमर्श
- प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने संगठन के कार्यों और भविष्य की दिशा पर अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि व्यावसायिक सत्र में कंपनी के मैनेजमेंट कार्यों और रिप्रेजेंटेटिव्स की समस्याओं पर चर्चा की गई।
- उन्होंने यह भी बताया कि कुछ कंपनियां अपने कर्मचारियों को परेशान करती हैं, जिसके लिए संगठन निरंतर प्रयास कर रहा है।
- संगठन के महामंत्री संत कुमार ने दो वर्षों के कार्यों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया और आगे के कार्यक्रमों पर विचार किया।
- प्रदेश अध्यक्ष ने सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स को आह्वान किया कि यदि उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना करना पड़े, तो वे संगठन के पदाधिकारियों से संपर्क करें और संगठन उनकी समस्याओं का समाधान करेगा।
सम्मानित अतिथि और उनके विचार
अधिवेशन के दौरान कई प्रमुख लोग उपस्थित थे, जिन्होंने इस संगठन के महत्व को स्वीकार करते हुए अपने विचार व्यक्त किए:
- दरभंगा विधायक संजय सरावगी ने सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स के संघर्ष और उनके योगदान की सराहना की।
- बिहार एनएमओ अध्यक्ष डॉ. राजेश झा और एनएमएसआरयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक कुमार ने सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स के अधिकारों की रक्षा की दिशा में संगठन की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
- केंद्रीय सचिव एके घोष, डीसीडीए सचिव संगीता साह और डॉ. प्रशांत कुमार ने भी संगठन की कार्यप्रणाली और इसके सदस्यों के लिए बेहतर कार्य स्थितियों पर अपने विचार साझा किए।
प्रतिनिधियों की उपस्थिति
इस अधिवेशन में बिहार, झारखंड और देश के 13-14 राज्यों से सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स के प्रतिनिधि शामिल हुए। प्रमुख प्रतिनिधियों में दरभंगा जिले के प्रवीण सिंह, विशाल कुमार, सतीश कुमार, संतोष मंडल, परशुराम कुमार, और नीरज कुमार सिंह शामिल थे।
निष्कर्ष
यह अधिवेशन सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स की कार्यकुशलता और संघर्ष को उजागर करने का एक महत्वपूर्ण अवसर था। संगठन ने अपने सदस्यों को कठिनाईयों का सामना करते हुए भी उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए लगातार प्रयास करने का संदेश दिया। यह अधिवेशन यह स्पष्ट करता है कि सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स न केवल व्यवसायिक दृष्टिकोण से बल्कि समाज और देश की आर्थिक प्रगति में भी अहम भूमिका निभाते हैं।