
शिवगंगा घाट पर टूटी रेलिंग, 3 घायल! गनीमत रही कि हादसा भीड़ में नहीं हुआ। अगर दिन में होता हादसा तो सैकड़ों शिवभक्तों की जा सकती थी जान! जर्जर धर्मशाला बनी खतरा। रेलिंग गिरने से मचा हड़कंप, घायल पड़े रहे – एम्बुलेंस को धक्का देकर चलाया गया!16 फरवरी को दी थी चेतावनी, अब टूटी रेलिंग ने भेजा दो लोगों को डीएमसीएच! कौन जिम्मेदार?धर्मशाला में बार-बार हादसे की चेतावनी के बाद भी आयोजन! न्यास पर उठे सवाल।श्रद्धालु बचे, लेकिन कब तक? जर्जर धर्मशाला पर अब भी नहीं हुई कोई ठोस कार्रवाई@कुशेश्वरस्थान पूर्वी (दरभंगा), देशज टाइम्स संवाददाता
कुशेश्वरस्थान में धर्मशाला की रेलिंग गिरने से बड़ा हादसा, 3 घायल; दो को डीएमसीएच रेफर
कुशेश्वरस्थान पूर्वी (दरभंगा), देशज टाइम्स संवाददाता| शिवगंगा घाट स्थित जर्जर धर्मशाला की रेलिंग गिरने से एक गंभीर हादसा हो गया। हादसे में तीन व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें दो की हालत चिंताजनक बताई जा रही है। यह घटना शुक्रवार देर शाम तब हुई जब घाट क्षेत्र में भीड़ कम हो गई थी, वरना सैकड़ों श्रद्धालुओं की जान पर बन सकती थी।
धर्मशाला की जर्जर रेलिंग से टूटी जान की डोर
घायलों की पहचान इस प्रकार की गई है। इसमें, धर्मेंद्र पासवान (18 वर्ष), निवासी – रौता। राम अकबाल माली (60 वर्ष), निवासी – रौता। गिरी झा उर्फ पंडा (40 वर्ष) शामिल हैं। तीनों घायलों को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां डॉ. रंजन चतुर्वेदी ने प्राथमिक उपचार के बाद धर्मेंद्र और राम अकबाल को डीएमसीएच, दरभंगा रेफर कर दिया।
रेलिंग पर बैनर लगाते समय हुआ हादसा, न्यास की लापरवाही उजागर
स्थानीय लोगों ने बताया कि न्यास के कर्मियों द्वारा धर्मशाला की जर्जर रेलिंग पर सीढ़ी लगाकर बैनर लगाने के दौरान रेलिंग टूटकर गिर गई, जिससे यह हादसा हुआ। यह धर्मशाला पहले से ही बेहद खस्ताहाल स्थिति में थी। 16 फरवरी 2025 को DeshajTimes में इस मुद्दे पर प्रमुखता से खबर छापी गई थी, बावजूद इसके न्यास प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
गंगा महाआरती भी इसी खंडहर के नीचे होती है!
स्थानीय लोगों में नाराजगी है कि उक्त धर्मशाला के पूर्वी हिस्से के नीचे ही नियमित रूप से गंगा महाआरती का आयोजन होता है, जहां रोज सैकड़ों श्रद्धालु जमा होते हैं। यदि यह हादसा दिन में या शिवरात्रि जैसी भीड़ भरी रात में होता, तो बड़ी जनहानि से इनकार नहीं किया जा सकता।
एम्बुलेंस को धक्का मार कर ले जाना पड़ा घायल
घटना के बाद एम्बुलेंस चालू नहीं हुई, जिसे स्थानीय लोगों ने 50 मीटर तक धक्का मारकर चालू किया। इससे स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और आपदा प्रबंधन की नाकामी उजागर होती है।
DM कौशल कुमार का बयान
दरभंगा के जिलाधिकारी कौशल कुमार ने इस पूरे मामले पर कहा:
“एसडीओ को निर्देशित किया गया है कि जर्जर संरचनाओं की जांच कर आवश्यक एहतियाती कार्रवाई करें। घायलों के इलाज में कोई कोताही न हो — इसकी निगरानी की जा रही है।“
मुख्य सवाल – कब जागेगा न्यास प्रशासन?
क्या पहले से चेतावनी के बाद भी अनदेखी करना अपराध नहीं है? क्या अब भी धर्मशाला को मरम्मत के लिए बंद किया जाएगा? क्या दोषियों पर कोई कार्रवाई होगी?