जाले, दरभंगा | प्रशासनिक चौकसी और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बुधवार को दोघरा गांव में 59वां महावीरी झंडा उत्सव शांतिपूर्ण और हर्षोल्लासपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ।
सुबह से हो रही बूंदाबांदी के बावजूद श्रद्धालुओं का आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा।
प्रशासनिक निगरानी में पूरा क्षेत्र रहा सतर्क
बुनियादी विद्यालय परिसर से लेकर महोत्सव स्थल तक सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए थे। एसडीपीओ (सदर टू) शुभेन्द्र कुमार सुमन, प्रभारी बीडीओ मनोज कुमार, राजस्व अधिकारी प्रवीण कुमार कर्ण, बीईओ प्रमोद कुमार ठाकुर, और थानाध्यक्ष संदीप कुमार पाल के संयुक्त निर्देशन में महोत्सव स्थल के दो किलोमीटर परिधि में दंडाधिकारी और पुलिस बल की तैनाती रही।
झंडा जुलूस में जयकारों से गूंज उठा वातावरण
जय शिव-जय शिव और बजरंगबली की जय के उद्घोष के बीच लतराहा गांव का झंडा सबसे पहले जुलूस के साथ मिलान स्थल पर पहुंचा, जहां वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच उसका स्थापन किया गया।
इसके बाद सौरिया का गगनचुंबी झंडा पहुंचा, जिसका लतराहा जुलूस ने स्वागत किया। इसके उपरांत दोघरा गांव का झंडा पहुंचने पर लतराहा और सौरिया के श्रद्धालुओं ने विषहर चौक से सामूहिक स्वागत जुलूस निकाला।
चार गांवों के झंडों का हुआ भव्य मिलन
तीनों झंडों के बाद चकमिल्की गांव का झंडा विषहरण चौक पहुंचा, जहां सभी झंडा समितियों ने उसका अभिवादन किया। अंत में नगरडीह गांव का झंडा पहुंचा, जिसे चारों समितियों ने सम्मानपूर्वक मिलान स्थल तक पहुंचाया।
मेला में उमड़ी भीड़, सजी रही दुकानें
झंडोत्सव के दौरान मेला का माहौल देखते ही बन रहा था। चलती-फिरती दुकानों से लेकर दर्जनों छोटी-बड़ी दुकानें श्रद्धालुओं की भीड़ से गुलजार रहीं।








