दरभंगा, देशज टाइम्स अपराध ब्यूरो प्रमुख। आखिरकार देशज टाइम्स के खबर का असर हो ही गया। आईजी ने पुलिस मेंस एसोसियेशन के सात सिपाहियों को स्थानांतरित जिले में विरमित करने का निर्देश दे दिया हैं।
जय बाबा केदार..!
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एसएसपी अवकाश कुमार ने आईजी के निर्देश पर पुलिस मेंस एसोसिएशन के पदाधिकारीयो को विरमित कर दिया। पूरे पुलिस लाइन में यह चर्चा का विषय बना रहा। वर्षों से जमे इन सिपाहियों पर वरीय पुलिस अधिकारियों का एक्शन हो गया। एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने देशज़ टाइम्स के खबर पर आईजी एवं एसएसपी की क्लास लगाई फिर यह कार्रवाई संभव हो सकी हैं।
एसएसपी और आईजी के इस कारवाई के बाद पूरे महकमे में चर्चा का विषय बना हुआ हैं। कई पुलिस कर्मी तो यह भी कह रहें हैं कि इस कारवाई के बाद भी ये सभी बिरमित किये गये जिलों में योगदान नहीं देंगे और फिर चुनाव में भाग लेकर यही विराजमान हो जाएंगे। हालांकि अगर वरीय पदाधिकारीयो की आदेश की अवहेलना हुई तो इनके विरुद्ध शख्त कदम वरीय पुलिस अधिकारी उठाएंगे।
दरभंगा जिला में कई वर्षों से जमे ये सिपाही पुलिस मुख्यालय के आदेश को ठेंगा बता रहें थे । ऐसा लग रहा था कि इनके सामने वरीय पुलिस अधीक्षक की हेसियत कुछ नहीं हैं। हालांकि इस मामले में एसएसपी दरभंगा ने आई जी को बार बार पत्रों से अवगत कराते हुये कहा था कि दरभंगा क्षेत्र में पुलिस मेंस एसोसियेशन का जो चुनाव हुआ हैं वह संवेधानिक नहीं हैं। यह चुनाव अवैध हैं।
चुनाव होने से पहले और चुनाव होने के बाद दोनों स्थिति में एसएसपी ने आई जी को पत्र के माध्यम से अवगत कराते हुये कहा था कि सिपाही (478) राजू कुमार सिंह 14 सितंबर 11 से जिला में पदस्थापित हैं, जो वर्तमान में पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष थे। इनका स्थानांतरित जिला मधुबनी हैं।
सिपाही (843) विनोद कुमार जो 17सितंबर 12से अबतक यहां जमे हुये थे इनका स्थानांतरित जिला समस्तीपुर हैं जब्कि वर्तमान में उपाध्यक्ष 1पद पर आसीन थे। सिपाही (20)इन्द्र कुमार इंदु जो 20 अप्रैल 12 से अबतक यहां बने हुये थे जो एसोसियेशन के सचिव पद पर काबिज थे।
सिपाही (701) सुरेन कुमार सिंह जो 14 सितंबर 11से अबतक जिला बल में तैनात था इन्हें कोषाध्यक्ष का पद हासिल था । सिपाही (825)शंभू कुमार 18अगस्त 12 से इस जिला में तैनात थे इन्हें संयुक्त मंत्री का पद हासिल था । सिपाही (580)ध्रुव कुमार राय 20अगस्त 10 से यहां जमे थे।
इन्हें केंद्रीय मंत्री का पद हासिल था ये सभी समस्तीपुर जिला के लिये स्थानांतरित थे वहीं सिपाही (844)मदन किशोर सिंह 19सितंबर 12से अबतक यहां विराजमान थे इन्हें मधुबनी जिला के लिये बिरमित किया गया था ये कार्यकारिणी सह प्रबंधकारिणी पद पर आसीन थे। देशज टाइम्स ने प्रमुखता से इस खबर को लिखा और कार्रवाई हुई। सबसे अहम पहलू यह था कि चुनाव से पहले इन्हें पुलिस मुख्यालय के आदेश से बिरमित किया गया था लेकिन बिरमित हुये जिला में इन्होंने योगदान नहीं देकर वरीय सारे पुलिस पदाधिकारी के आदेश को ठेंगा बता दिया और चुनाव लड़कर सभी पद पर आसीन हो गये।
एसएसपी ने आईजी को लिखे पत्र में स्पष्ट कहा था कि पुलिस मुख्यालय पटना ने अपने पत्रांक 95/पी 3के माध्यम से निर्देशित किया था कि जिला अवधि /क्षेत्राअवधि पूर्ण होने के आधार पर चुनाव में भाग नहीं लेना हैं बावजूद इन लोंगों द्वारा चुनाव में भाग लेना वरीय पुलिस पदाधिकारी की अवहेलना हैं।
एसएसपी ने आईजी को लिखे पत्र में कहा था कि यह चुनाव अवेध हैं।एसएसपी ने आई जी को पत्र के माध्यम से यह भी अनुरोध किया कि इस चुनाव को रद्द करने की अनुमति दी जाय और एक बार नहीं कई पत्रों के माध्यम से एसएसपी ने आई जी को अवगत कराया था लेकिन अब तक कारवाई नहीं हुई थी। इन सभी के बिरमित होने का मतलब पुलिस मेंस एसोसियेशन का चुनाव अवेध था जो स्वाभाविक रूप से अवैध घोषित हो गया हैं।
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