मुख्य बातें
सीएम कॉलेज के प्रधानाचार्य की अध्यक्षता में शोकसभा आयोजित, प्रो. अरुण कुमार झा प्रखर वक्ता व मूर्धन्य विद्वान के रूप में सदा याद किए जाएंगे : प्रो. विश्वनाथ, मानवीय गुणों से युक्त अरुण कुमार arun kumar jha आदर्श और मिलनसार शिक्षक रहे : प्रो इंदिरा, दिवंगत आत्मा की शांति के लिए महाविद्यालय में रखा गया 2 मिनट का मौन
दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। अंग्रेजी के मूर्धन्य विद्वान एवं प्रखर वक्ता के रूप में प्रो. अरुण कुमार झा सदा याद किए जाएंगे।मैथिली साहित्य के विकास में भी उनका योगदान अविस्मरणीय है। बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी प्रो. झा arun kumar jha एक अपराजेय शिक्षक थे। उक्त बातें सी एम कॉलेज, दरभंगा के प्रधानाचार्य प्रो. विश्वनाथ झा ने महाविद्यालय के पूर्व अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो अरुण कुमार झा के असामयिक निधन के कारण महाविद्यालय में आयोजित शोकसभा की अध्यक्षता करते हुए कहा।शोकसभा में अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो इंदिरा झा,प्रो. मंजू राय, डॉ. अमरेंद्र शर्मा,डॉ. प्रीति कनोडिया,डॉ. मनोज कुमार सिंह,डॉ. पी के चौधरी, संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. आर एन चौरसिया, डॉ. नरेंद्र कुमार झा, प्रो, शिप्रा सिन्हा, डॉ. रीना कुमारी,परीक्षा नियंत्रक डॉ. मयंक श्रीवास्तव,इतिहास विभागाध्यक्ष प्रो, दिवाकर कुमार, प्रो.ललित शर्मा,डॉ. संजय कुमार,डॉ. अखिलेश कुमार ‘विभु’,विपिन कुमार, सृष्टि चौधरी, डा, बिरेंद्र कुमार झा,प्रतुल कुमार सहित अनेक शिक्षक,कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं शामिल हुए।
प्रो. इंदिरा झा ने कहा कि अरुण कुमार झा एक आदर्श एवं अत्यधिक लोकप्रिय शिक्षक थे,जिनकी शिक्षण-शैली काफ़ी प्रभावशाली थी। मानवीय गुणों से युक्त प्रो. झा एक कुशल प्रशासक एवं प्रबंधक थे। डॉ. अमरेंद्र शर्मा ने कहा कि संवेदनशील व्यक्तित्व के धनी प्रो झा सबों के प्रिय तथा मधुर एवं मितभाषी थे। अंग्रेजी साहित्य के अनुसंधान क्षेत्र में उनका महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान है।
प्रो. मंजू राय ने कहा कि अरुण बाबू की अंग्रेजी साहित्य में गहरी पैठ थी।वे शिक्षकों को भी अध्ययन- पद्धति की जानकारी देते थे। राष्ट्र स्तरीय एवं उत्कृष्ट जर्नल ‘दि एविल’ के प्रधान संपादक के रूप में शोधार्थियों एवं शिक्षकों से उत्कृष्ट आलेख तैयार करवाते थे।
जानकारी के अनुसार, 1975 में सी एम कॉलेज,दरभंगा में अंग्रेजी व्याख्याता के रूप में सेवा प्रारंभ करने वाले अरुण कुमार झा 2008 ईस्वी में विश्वविद्यालय अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष बन कर गए, जहां वे मानविकी संकाय की डीन बनकर नवंबर 2015 में अवकाश ग्रहण किया।20 नवंबर 2020 को प्रो. अरुण कुमार झा का असामयिक निधन हो गया। शोकसभा के अंत में दिवंगत आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया।