बहेड़ी, देशज टाइम्स। थाना क्षेत्र के जोरजा गांव के मरचौड़ी गाछी में शुक्रवार की अहले सुबह किसुन यादव के 14 वर्षीय पुत्र सचिन यादव की हत्या और उसके तरीके से स्थानीय लोग हतप्रभ हैं। सचिन यादव गुरुवार की रात 8 बजे से हीं अपने घर से लापता था। मगर जब उसकी लाश मिली तो जिस तरीके से उसकी हत्या की गई, इसकी वजह पुलिस और स्थानीय लोगों के लिए पहेली बन गई।
जानकारी के अनुसार, सचिन की मौत के बाद उसके परिजनों की जो व्यथा सामने आ रही है। वह विदारक है। सचिन यादव भैंस पालकर किसी तरह अपने परिवार का भरण पोषण करता था। घर में दिव्यांग माता रूणा देवी हैं। वहीं, पिता किसुन यादव और छोटा भाई रविशंकर यादव है। सचिन ही अपने परिवार के एकमात्र जीविकोपार्जक था जिसकी लाश देखकर सभी बेसुध हैं। मां होश आने पर दहाड़ मारती है। पिता और छोटे भाई की आंसू थम नहीं रही है। गांव गमगीन हो उठा है।
सचिन यादव की लाश मिलते ही गांव में सनसनी फैल गई। हजारों लोग वहां जुट गए। किसी को भी विश्वास नहीं था सचिन को कोई मार भी सकता है उसकी हत्या भी हो सकती है। तेज धारदार हथियार से गर्दन काटकर हुई हत्या के खिलाफ लोग उबल पड़े।
ग्रामीणों ने हत्या की जांच, हत्यारे की गिरफ्तारी और परिजनों को सरकारी मुआवजा देने की मांग को लेकर बहेड़ी- लहेरियासराय सड़क को जोरजा गांव के निकट जाम कर दिया। बाद में पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाकर जाम हटाया।
मौके पर लोगों का कहना था कि सचिन का किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। मगर उसकी हत्या हो जाती है और हत्यारे हत्या के बाद सचिन के घर से करीब आधा किलोमीटर दूरी पर स्थित गांव के ही मरचौड़ी गाछी में उसकी लाश को फेंक दिया जिसे सुबह शौच करने गए ग्रामीणों ने देखा। पुलिस को खबर की। परिजनों में कोहराम मच गया।
थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार झा पुलिस बल के साथ लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। खोजी कुत्ता के पहुंचने के बाद भी हत्या का कोई सुराग कहीं नहीं मिला।
बाद में अनुमंडलीय आरक्षी पदाधिकारी डॉ. कुमार सुमित भी घटना स्थल पर पहुंचे। थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार झा ने बताया कि इस हत्याकांड को लेकर पुलिस अनुसंधान में जुट गई है। एफएसएल की टीम की जांच में जुटी हुई है। पुलिस तहकीकात में जुटी है। जल्द हत्याकांड का पटाक्षेप होगा।