प्रभास रंजन। दरभंगा। बिहार के डीजीपी आलोक राज (Bihar DGP Alok Raj) के निर्देश पर जिले के सभी थाना क्षेत्रों में देर रात वाहन चेकिंग अभियान (Vehicle Checking Drive) चलाया गया। पुलिस मुख्यालय ने आदेश दिया था कि सभी थानाध्यक्ष (SHO) और डीएसपी (DSP) सड़कों पर उतरकर चेकिंग अभियान में हिस्सा लें।
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अपराध और दुर्घटनाओं पर लगाम की कोशिश
हाल के दिनों में अपराध घटनाओं (Criminal Activities) में बढ़ोतरी और शराब पीकर वाहन चलाने के कारण हो रही दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए यह अभियान चलाया गया।
- शहर के प्रमुख क्षेत्रों जैसे दोनार चौक, लहेरियासराय थाना, नगर थाना, विश्वविद्यालय थाना, बेंता थाना और सदर थाना (Key Locations) में पुलिस ने सघन चेकिंग की।
- लहेरियासराय थाना की पुलिस ने नशे में घूम रहे 12 लोगों को शराब की दो बोतल (Liquor Bottles) के साथ गिरफ्तार किया।
बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद अवैध कारोबार
बिहार में 2016 से पूर्ण शराबबंदी (Prohibition Law) लागू है। इसके बावजूद, अवैध शराब का कारोबार लगातार जारी है।
- अवैध शराब कारोबारी (Illegal Liquor Traders) शराब की खेप ऊंचे दामों पर बेच रहे हैं।
- आर्थिक तंगी के बावजूद लोग महंगी शराब खरीदकर पी रहे हैं।
शराबबंदी का असर:
- शराब के दाम ऊंचे होने के कारण शराब कारोबारी मुनाफा कमा रहे हैं।
- पियक्कड़ (Drunkards) आर्थिक स्थिति खराब होने पर भी शराब पर खर्च कर रहे हैं।
पुलिस की कार्रवाई और सख्ती
- पुलिस ने सड़कों पर निगरानी बढ़ा दी है।
- डीजीपी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि शराब पीकर वाहन चलाने वालों (Drunk Drivers) और अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
- वाहन चेकिंग अभियान के तहत संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों की जांच की जा रही है।
निष्कर्ष
दरभंगा में वाहन चेकिंग अभियान से पुलिस की सक्रियता दिखती है। हालांकि, शराबबंदी (Liquor Prohibition) के बावजूद अवैध शराब कारोबार पर पूरी तरह लगाम नहीं लग सकी है। लगातार चेकिंग और सख्त कार्रवाई से अपराधियों और शराब कारोबारियों पर दबाव बनेगा, जिससे राज्य में कानून-व्यवस्था बेहतर होने की उम्मीद है।