कुशेश्वरस्थान पूर्वी, दरभंगा | नगर पंचायत कुशेश्वरस्थान पूर्वी के तत्वावधान में बुधवार को हर घर तिरंगा और हर घर स्वच्छता अभियान के तहत एक भव्य रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में स्थानीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपनी कला एवं रचनात्मकता का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम का आयोजन और प्रतिभागिता
यह प्रतियोगिता नगर पंचायत के अधीन आने वाले विभिन्न विद्यालयों में आयोजित की गई। विशेष रूप से मध्य विद्यालय कुशेश्वरस्थान बालक एवं कन्या और मध्य विद्यालय धोबलिया के विद्यार्थियों ने इसमें हिस्सा लिया।
बच्चों ने देशभक्ति और स्वच्छता पर आधारित एक से बढ़कर एक सुंदर रंगोलियाँ बनाईं, जिनमें राष्ट्रीय ध्वज, स्वच्छ भारत मिशन का लोगो और भारत माता की आकृतियाँ प्रमुख रहीं। इन रंगोलियों ने न केवल उनकी कला-कौशल को प्रदर्शित किया बल्कि देश के प्रति प्रेम और स्वच्छता के महत्व को भी रेखांकित किया।
देशभक्ति और जागरूकता का संदेश
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने बच्चों में देश प्रेम के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर बल दिया। उन्होंने कहा—
“हमें अपने देश के लिए समर्पित और निष्ठावान रहना चाहिए। हमारा देश हमारी पहचान है और उसकी रक्षा एवं समृद्धि में योगदान देना हमारा कर्तव्य है।”
वक्ताओं ने भारत की संस्कृति, भाषा, और ऐतिहासिक विरासत के सम्मान को भी आवश्यक बताया। उन्होंने छात्रों को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और राष्ट्रीय ध्वज के महत्व से भी अवगत कराया।
स्वच्छता पर विशेष बल
स्वच्छता के महत्व पर वक्ताओं ने कहा कि—
“साफ-सफाई हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। स्वच्छता को हमें अपने जीवन में शामिल करना चाहिए, क्योंकि यह न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए बल्कि समाज और देश की समग्र प्रगति के लिए भी आवश्यक है।”
उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन का उल्लेख करते हुए बताया कि यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2 अक्टूबर 2014 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिन पर शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य पूरे भारत को खुले में शौच मुक्त और स्वच्छ बनाना है।
हर घर तिरंगा अभियान का उद्देश्य
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने हर घर तिरंगा अभियान के महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि यह अभियान भारत सरकार के आजादी का अमृत महोत्सव का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य हर नागरिक में राष्ट्रीय गौरव और देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करना है।
बच्चों को बताया गया कि राष्ट्रीय ध्वज केवल कपड़े का टुकड़ा नहीं, बल्कि भारत की आत्मा, स्वतंत्रता, और संप्रभुता का प्रतीक है।
स्थानीय समुदाय की भागीदारी
इस आयोजन में न केवल विद्यार्थियों बल्कि शिक्षकों, अभिभावकों, और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई। सभी ने मिलकर देशभक्ति के गीत गाए, नारे लगाए, और स्वच्छता की शपथ ली।
प्रतियोगिता के अंत में विजेताओं को स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिससे छात्रों में आत्मविश्वास और प्रोत्साहन की भावना जागृत हुई।
भविष्य की योजनाएँ और संदेश
नगर पंचायत अधिकारियों ने बताया कि इस प्रकार के सांस्कृतिक और जागरूकता कार्यक्रम आगे भी नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे, ताकि युवा पीढ़ी में देशभक्ति, सामाजिक जिम्मेदारी, और स्वच्छता की आदत विकसित हो सके।
वक्ताओं ने यह भी कहा कि—
“हमारा लक्ष्य केवल प्रतियोगिता आयोजित करना नहीं है, बल्कि समाज में एक स्थायी बदलाव लाना है। जब बच्चे और युवा इन आदतों को अपनाएंगे, तभी स्वच्छ और सशक्त भारत का सपना साकार होगा।”