दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने DMCH के नए भवन का उद्घाटन और शिलान्यास करते हुए फिर से एकबार दरभंगावासियों की यह आस जगा दी कि दरभंगा में (CM Nitish and Deputy CM Tejashwi inaugurated and laid the foundation stone of the new building of Darbhanga DMCH) एम्स बनेगा।
मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएम श्री कुमार ने जो कहा, उससे तय है कि दरभंगा में एम्स बनकर रहेगा। मगर, पहले बात करेंगे आज के शिलान्यास और अन्य कार्यक्रमों की फिर बताएंगें आखिर सीएम नीतीश कुमार ने डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के साथ पत्रकारों से बातचीत करते हुए एम्स को लेकर क्या कहा। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार, DMCH में नवनिर्मित 400 बेड के सर्जिकल भवन व 100 बेड के नवनिर्मित मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल का उद्घाटन सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने संयुक्त रूप से किया। वहीं, डीएमडीएच परिसर में 2100 बेड नए अस्पताल भवन का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिलान्यास किया।
इसके बाद मुख्यमंत्री सरामोहनपुर स्थित महरानी रामेश्वरी आयुर्वेद चिकित्सालय में भवन में भी नए भवन शिलान्यास किया। बिहार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी के पुत्र के शादी समारोह में भी शामिल होकर वर वधु को आशीर्वाद दिया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दरभंगा के डीएमसीएच परिसर में 2742.04 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकसित करने की योजनान्तर्गत प्रतिवर्ष 250 नामांकन के लिए शैक्षणिक भवन एवं 2100 शैय्या के अस्पताल तथा राजकीय महारानी रामेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान मोहनपुर दरभंगा के निर्माण का शिलान्यास एवं 194.08 करोड़ की लागत से 400 शैय्या के सर्जिकल ब्लॉक सहित विभिन्न परियोजनाओं उद्घटान और शिलान्यास किया।
दरभंगा मेडिकल कॉलेज में भवन के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से एम्स निर्माण वाली भूमि पर शोभन वाली जमीन को विस्तारीकरण करने लिए उसमे हमलोग मिट्टी भरवा कर फोरलेन सड़क बनवाकर हमलोग शीघ्र केंद्र सरकार को दे देंगे।
इसके बाद फिर केंद्र को तय करना है कि आगे काम कैसे होगा। उन्होंने कहा कि दरभंगा के वहां बन जाने से शहर का भी विस्तार हो जाएगा। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का नाम लेते हुए कहा बिहार के पहले मेडिकल कालेज होते हुए पटना में एम्स दिया और उनकी इक्छा थी कि दरभंगा में भी एम्स बने।