2027 तक बनकर तैयार होगा दरभंगा एम्स! अगले साल से शुरू होगी MBBS की पढ़ाई। बिहार को मिला मेडिकल का महाकेंद्र! दरभंगा एम्स में इलाज के साथ पढ़ाई भी जल्द शुरू। दरभंगा एम्स से चमकेगा मिथिला! 2027 तक पूरा होगा निर्माण, MBBS 2026 से शुरू।@दरभंगा,देशज टाइम्स।
2027 से 2500 मरीजों को मिलेगी सुविधा
AIIMS दरभंगा से सुधरेगा 15 करोड़ लोगों का स्वास्थ्य! 2026 से आएंगे MBBS छात्र।दरभंगा एम्स में होगा सुपर स्पेशलिटी इलाज! 2027 से 2500 मरीजों को मिलेगी सुविधा।AIIMS दरभंगा बनेगा पूर्वोत्तर भारत का हेल्थ हब! नेपाल-सिक्किम समेत 15 करोड़ को मिलेगा फायदा@दरभंगा,देशज टाइम्स।
Bullets: 2026 से 50 सीटों पर होगी MBBS की पढ़ाई
2027 तक दरभंगा एम्स का निर्माण कार्य पूर्ण होगा। 2026 से 50 सीटों पर MBBS की पढ़ाई शुरू होने की संभावना। 25 सौ मरीजों के इलाज की क्षमता। अत्याधुनिक ICU, CCU, ऑपरेशन थिएटर और स्पेशलिटी विभाग। प्रधानमंत्री ने भूमि पूजन किया, जल्द शिलान्यास की तैयारी। बाउंड्रीवाल निर्माण 2026 तक पूरा होगा। मिथिला, नेपाल और पूर्वोत्तर भारत को मिलेगा लाभ।@दरभंगा,देशज टाइम्स
2027 तक तैयार होगा दरभंगा एम्स, अगले सत्र से शुरू होगी MBBS की पढ़ाई AIIMS Darbhanga Update|
दरभंगा। मिथिला क्षेत्र को मिलने जा रही स्वास्थ्य और शिक्षा की सबसे बड़ी सौगात दरभंगा एम्स (AIIMS Darbhanga) का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। वर्ष 2027 तक एम्स पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा, जबकि इससे पहले ही 2026 के शैक्षणिक सत्र से MBBS की पढ़ाई शुरू हो सकती है।
MBBS की पढ़ाई अगले सत्र से, पहले बैच में 50 छात्र
दरभंगा एम्स में शैक्षणिक सत्र 2026 से MBBS की पढ़ाई प्रारंभ हो सकती है। प्रथम सत्र में 50 छात्र-छात्राओं का नामांकन प्रस्तावित है। एम्स डायरेक्टर डॉ. माधवानंद कर के साथ समीक्षा बैठक में इसपर सहमति बनी है।
एम्स में मिलेंगी अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं
निर्माणाधीन एम्स में निम्न सुविधाएं प्रस्तावित हैं कि IPD (इंडोर पेशेंट डिपार्टमेंट): 90 बेड। ICU: 25 बेड, CCU: 30 बेड, ऑपरेशन थिएटर: 20, सुपर स्पेशलिटी विभाग: 15, स्पेशलिटी विभाग: 12, दैनिक 2500 मरीजों को देखने की क्षमता, 1536 लोगों के लिए हॉस्टल और आवासीय सुविधा होगी।
बाउंड्रीवाल का काम तेजी से जारी
37.82 करोड़ की लागत से 5.3 किलोमीटर लंबी बाउंड्रीवाल का निर्माण होगा। 1 मई 2025 को कार्य शुरू हुआ है। 30 अप्रैल 2026 तक पूरा हो जाएगा। नवंबर-दिसंबर 2025 से मुख्य भवन का निर्माण शुरू होगा (93 एकड़ में)।
IIT व AIIMS विशेषज्ञों की निगरानी में हो रहा निर्माण कार्य
समीक्षा बैठक में प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे, IIT रुड़की की डॉ. महुआ मुखर्जी, IIT दिल्ली के डॉ. एन.के. झा, AIIMS पटना के डॉ. सौरभ वार्ष्णेय, वरिष्ठ आर्किटेक्ट डॉ. राजीव कन्नौजिया,निर्माण कंपनी से सुभाष कुमार की टीम, डिजाइन फाइनल कर विभाग को सौंपा जा चुका है।
मिथिला और उत्तर भारत को मिलेगा लाभ
सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने बताया:
“दरभंगा एम्स का लाभ बिहार के 8.5 करोड़ मिथिलावासी, नेपाल के 14 जिले और पूर्वोत्तर भारत के 15 करोड़ लोग उठा सकेंगे।”
राज्य और केंद्र सरकार की संयुक्त पहल
बिहार सरकार ने 183 एकड़ भूमि एम्स के लिए दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने की व्यक्तिगत निगरानी। 13 नवंबर 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमि पूजन किया। जल्द ही शिलान्यास की तिथि भी घोषित होगी।