दरभंगा, 17 दिसंबर। दरभंगा एयरपोर्ट का नामकरण ‘कवि कोकिल बाबा विद्यापति’ के नाम पर होगा। यह घोषणा दरभंगा सांसद सह लोकसभा भाजपा सचेतक डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने मंगलवार को नागर विमानन मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति की बैठक में की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार विकसित करेगी।
दरभंगा एयरपोर्ट का ऐतिहासिक महत्व
सांसद ने कहा कि 8 नवंबर 2020 को दरभंगा एयरपोर्ट से विमान सेवाओं की शुरुआत हुई थी। महज तीन साल के भीतर:
- 25 लाख से अधिक यात्रियों ने यहां से हवाई यात्रा की है।
- उड़ान स्कीम (UDAN) के तहत दरभंगा एयरपोर्ट आज देश के सबसे सफल हवाई अड्डों में गिना जाता है।
डॉ. ठाकुर ने कहा कि यह एयरपोर्ट मिथिला की जनता के लिए गर्व का विषय है और बाबा विद्यापति का नाम इससे जोड़कर सांस्कृतिक पहचान को और मजबूत किया जाएगा।
विकास के लिए प्रधानमंत्री का समर्थन
उन्होंने बताया कि 20 अक्टूबर 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से:
- 912 करोड़ रुपये की लागत से 78 एकड़ भूमि पर नए सिविल एन्क्लेव निर्माण कार्य का शिलान्यास किया।
- यह एयरपोर्ट दो वर्षों में भव्य स्वरूप में तैयार हो जाएगा।
मूलभूत सुविधाओं की जरूरत
बैठक में सांसद डॉ. ठाकुर ने दरभंगा एयरपोर्ट के विकास के लिए दो दर्जन से अधिक सुझाव दिए। इनमें शामिल हैं:
- एयरपोर्ट की सुरक्षा CISF के हाथों में देने का आग्रह।
- नाइट लैंडिंग सिस्टम को जल्द चालू करना।
- CAT-2 के तहत 24 एकड़ भूमि पर आधारभूत संरचना का निर्माण।
- स्थायी निदेशक और वाणिज्यिक प्रबंधक की नियुक्ति।
- अयोध्या, रांची सहित अन्य महानगरों के लिए नई उड़ानें शुरू करना।
- भूमि अधिग्रहण के मालिकों को उचित मुआवजा देने की व्यवस्था।
- दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप विकसित करना।
मैथिली की वैश्विक पहचान
डॉ. ठाकुर ने कहा कि आने वाले समय में दरभंगा एयरपोर्ट के माध्यम से मैथिली भाषा और संस्कृति को देश ही नहीं, विदेशों तक पहचान मिलेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि जल्द ही मिथिला का यह गौरवशाली एयरपोर्ट बाबा विद्यापति के नाम से ‘आइकॉनिक एयरपोर्ट’ के रूप में पहचाना जाएगा।
दरभंगा एयरपोर्ट का विकास और बाबा विद्यापति के नामकरण से मिथिला क्षेत्र की आर्थिक प्रगति के साथ-साथ सांस्कृतिक धरोहर को भी सम्मान मिलेगा।