
रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया दरभंगा का एएसआई! SSP जगुनाथ रेड्डी ने किया सस्पेंड। बाइक चोरी का केस दर्ज कराने पहुंचे तो मांगी रिश्वत! दरभंगा के एएसआई ललन कुमार पर गिरी गाज। वीडियो बनाने पर मोबाइल छीना, युवक से मारपीट – कोतवाली थाने के एएसआई की करतूत वायरल!@प्रभास रंजन, देशज टाइम्स, दरभंगा।
रिश्वत, धमकी और मारपीट, भटियारीसराय केस में?
दरभंगा पुलिस पर दाग – फरियादी से 2000 की मांग, भटियारी सराय केस में पुलिस की शर्मनाक करतूत! रिश्वत, धमकी और मारपीट का आरोप। वर्दी के बिना थानेदारी और रिश्वतखोरी –महंगा पड़ा। SSP जगुनाथ रेड्डी ने किया सस्पेंड।@प्रभास रंजन, देशज टाइम्स, दरभंगा।
एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने पहले ही चेताया था
जानकारी के अनुसार, एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने दरभंगा में प्रभार लेने के कुछ दिन बाद ही लगातार दरभंगा पुलिसिंग की छवि बेहतर करने की जो कवायद तेज की उसमें थानेदार और पुलिसकर्मियों को वर्दी में रहना आवश्यक बताया था। एकबार एक थाने में औचक निरीक्षण में भी एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने बिना वर्दी के पुलिसकर्मियों को रंगे हाथ पकड़ा था। बावजूद लगता है एसएसपी की बात थानेदारों को हजम नहीं हुई। या हो रही।
सादे लिबास में सजती नहीं कोई भी पुलिस
वजह साफ है,इन दिनों यही देखा जा रहा है कि थाना से लेकर डीएसपी कार्यालय तक के सिपाही और कर्मी सादे लिबास में कार्य करते देखे जा रहे हैं। मतलब साफ है, एसएसपी के निर्देश का इन लोगों पर कोई असर नहीं है। सभी पुलिस वाले कार्य स्थल पर वर्दी में रहेंगे… लेकिन उनके आदेश की अनदेखी लगातार जारी है। आइए आज की ताजा खबर पर…
दरभंगा में घूसखोरी और अभद्र व्यवहार में नपे एक और पुलिस अधिकारी, कोतवाली के ASI निलंबित
दरभंगा, देशज टाइम्स। कोतवाली थाना के एएसआई ललन कुमार को एसएसपी जगन्नाथ रेड्डी जलरेड्डी ने गंभीर आरोपों के बाद निलंबित कर दिया है। आरोप है कि एएसआई ने फरियादी से रुपए की मांग की और उसके साथ अभद्र व्यवहार किया। जांच रिपोर्ट आने के बाद एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से उन्हें पुलिस लाइन भेजने का आदेश दिया।
शिकायत का मामला: शिक्षक की बाइक चोरी
कोतवाली थाना क्षेत्र के भटियारी सराय के पास एक कोचिंग संस्थान के शिक्षक संजय कुमार की बाइक चोरी हो गई थी। संजय कुमार अपने सहयोगी दिलखुश कुमार के साथ कोतवाली थाना पहुंचे और बाइक चोरी की प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराने की कोशिश की।
उसी दौरान, थाना परिसर में सादे लिबास में मौजूद एएसआई ललन कुमार और एक अन्य पुलिसकर्मी ने FIR दर्ज करने के एवज में ₹2000 की मांग की। यही नहीं, सनहा दर्ज कराने के लिए भी उनसे ₹500 की रिश्वत मांगी गई।
वीडियो बनाने पर मोबाइल छीना
फरियादी के सहयोगी दिलखुश कुमार ने इस घटना का वीडियो बनाना शुरू किया। जैसे ही पुलिस कर्मियों को इसका आभास हुआ, उन्होंने मोबाइल छीन लिया और जबरन वीडियो व फोटो डिलीट करवा दिए।
इस दौरान, आरोप है कि दिलखुश को पीछे ले जाकर मारपीट की गई और उसका मोबाइल जब्त कर लिया गया। हालांकि कुछ देर बाद मोबाइल वापस कर दिया गया।
एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने ली कार्रवाई
दरभंगा एसएसपी जगन्नाथ रेड्डी जलारेड्डी ने मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने इस घटना की जांच का आदेश सर्किल पुलिस इंस्पेक्टर को दिया।
जांच रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया कि एएसआई ललन कुमार ने फरियादी से पैसे मांगे, दुर्व्यवहार किया और अनुचित दबाव बनाया। रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने एएसआई को निलंबित कर पुलिस लाइन भेज दिया।
सादे लिबास में ड्यूटी पर सवाल
दरभंगा पुलिस विभाग में इन दिनों यह आम बात हो गई है कि थाना से लेकर डीएसपी कार्यालय तक सिपाही और एएसआई सादे लिबास में कार्य करते दिख जाते हैं।
जबकि एसएसपी का स्पष्ट आदेश है कि सभी पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान वर्दी में रहेंगे। आदेश के बावजूद अनदेखी होना पुलिस की कार्यक्षैली पर सवाल खड़ा करता है।
पुलिस विभाग की छवि पर असर
इस घटना ने पुलिस विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आम जनता का भरोसा पुलिस पर तभी कायम रह सकता है जब न्यायसंगत कार्रवाई की जाए। भ्रष्टाचार और घूसखोरी की घटनाएं पुलिस की साख और विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाती हैं। पुलिस नेतृत्व का त्वरित एक्शन यह संकेत देता है कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं होगी।
प्रशासनिक सख्ती की जरूरत
विशेषज्ञ मानते हैं कि पुलिस विभाग में भीतर तक फैले भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम जरूरी हैं। नियमित निगरानी, पारदर्शी जांच प्रक्रिया, सस्पेंड या बर्खास्तगी जैसी कार्रवाइयां, ऐसे मामलों में कठोर कदम से ही आम जनता को न्याय मिलेगा और पुलिस पर से अविश्वास दूर होगा।
एएसआई ललन कुमार का मामला इस बात का
दरभंगा में एएसआई ललन कुमार का मामला इस बात का स्पष्ट संकेत है कि भ्रष्टाचार और शक्ति का दुरुपयोग किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एसएसपी की तत्काल कार्रवाई ने यह संदेश दिया है कि यदि कोई भी पुलिसकर्मी घूस मांगते या अभद्र व्यवहार करते पकड़ा जाएगा, तो उसके खिलाफ सख्त प्रशासनिक कदम उठाए जाएंगे।