प्रभाष रंजन, दरभंगा। जिले में फर्जी लाइसेंस जारी करने के मामले में जिलाधिकारी राजीव रौशन के आदेश पर लहेरियासराय थाना में चार कर्मचारियों पर मामला दर्ज किया गया है। इन कर्मचारियों में तत्कालीन जिला परिवहन पदाधिकारी शशि शेखरम, प्रभारी लिपिक कुमार गौरव, कंप्यूटर प्रोग्रामर विकृत प्रताप, और कंप्यूटर डाटा एंट्री ऑपरेटर रूपेश कुमार शामिल हैं।
फर्जी लाइसेंस का मामला
वर्ष 2024 में एक ही मोबाइल नंबर से फर्जी लाइसेंस जारी किए जाने का मामला सामने आया था। दरभंगा व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता राशिद खान ने इस मामले को लेकर जिलाधिकारी के पास आवेदन दिया था। जिलाधिकारी के आदेश पर जब जांच की गई, तो मामला सही पाया गया।
लाइसेंस का फर्जी निर्गमन
इस मामले में, दर्जनों आवेदकों द्वारा लाइसेंस बनाने के लिए आवेदन किए थे, जिनमें परिवहन कार्यालय के कर्मचारी और अधिकारियों ने मिलकर एक ही मोबाइल नंबर से फर्जी लाइसेंस जारी किए थे।
अधिकारियों की कार्रवाई
- अपर जिला परिवहन पदाधिकारी स्नेहा अग्रवाल के आवेदन पर, तत्कालीन जिला परिवहन पदाधिकारी और अन्य कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
- थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि मामले में अनुसंधानक जय श्री राम को नियुक्त किया गया है और कार्रवाई की जा रही है।
मामले की पुष्टि और जांच
यह मामला अधिवक्ता राशिद खान के आवेदन के बाद जांच में सही पाया गया। अब मामले की तहकीकात जारी है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार को उजागर करती है, जहां अधिकारियों ने मिलकर फर्जी लाइसेंस जारी कर जनता को धोखा दिया।