दरभंगा | दरभंगा जिसे पहले से ही मिथिला का सांस्कृतिक केंद्र माना जाता है, अब बिहार की दूसरी आर्थिक राजधानी के रूप में तेजी से उभर रहा है।
पटना पूर्णिया एक्सप्रेस वे, गोरखपुर सिल्लीगुड़ी एक्सप्रेस वे, आमस दरभंगा एक्सप्रेस वे, और भारत माला परियोजना जैसी मल्टी-मॉडल सड़क परियोजनाएं इस बदलाव को गति दे रही हैं।
इन परियोजनाओं से दरभंगा को न केवल बिहार के अन्य जिलों से बल्कि पूर्वोत्तर भारत और उत्तर प्रदेश से भी तेज़ और सीधी सड़क कनेक्टिविटी मिलेगी।
सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर की पहल
स्थानीय सांसद एवं लोकसभा में भाजपा सचेतक डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने हाल ही में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय तथा एनएचएआई के अधिकारी अनिल कुमार चौधरी से मुलाकात की।
बैठक में दरभंगा और आसपास के जिलों को जोड़ने वाली नई लिंक रोड परियोजनाओं पर चर्चा हुई।
डॉ. ठाकुर ने कहा कि इन सड़कों का निर्माण होने के बाद दरभंगा की आर्थिक, औद्योगिक और सांस्कृतिक महत्ता और बढ़ जाएगी।
पटना–पूर्णिया एक्सप्रेस वे का लिंक रोड
सांसद ने प्रस्ताव रखा कि पटना–पूर्णिया एक्सप्रेस वे को एक लिंक रोड के माध्यम से
कुशेश्वरस्थान – बिरौल – ईटबाशिवनगर – हबीबडीह – उघड़ा – खैरा होते हुए
रामनगर आईटीआई के पास निर्माणाधीन आमस–दरभंगा एक्सप्रेस वे से जोड़ा जाए।
इससे यह सड़क दरभंगा की लाइफलाइन रोड बन जाएगी।
स्थानीय उद्योगों, व्यापार और लॉजिस्टिक्स को बड़ा फायदा मिलेगा।
बेल्हा बथनाहा से मधुबनी-सहरसा कनेक्टिविटी
सीआरआईएफ फंड से प्रस्तावित जीरो प्वाइंट बेल्हा बथनाहा–भेजा–बलथरी–किशनिपट्टी सड़क को 15 किमी आगे बढ़ाकर गांडौल 17 नंबर रोड से जोड़ने का सुझाव दिया गया।
इससे दरभंगा, मधुबनी, सुपौल और सहरसा के बीच बेहतर सड़क नेटवर्क बनेगा।
गोरखपुर–सिल्लीगुड़ी एक्सप्रेस वे से नया लिंक
सांसद ने कहा कि प्रस्तावित गोरखपुर–सिल्लीगुड़ी एक्सप्रेस वे को बिदेश्वरस्थान से मझौरा स्टेट हाईवे–56 के जरिए जोड़ा जाए।
इससे दरभंगा का सीधा संपर्क झंझारपुर, फुलपरास और सुपौल से हो जाएगा।
एनएच–27 में अंडरपास की जरूरत
सांसद ने एनएच–27 पर बेला पब्लिक स्कूल के पास अंडरपास सर्विस रोड की मांग की।
इसके बनने से हजारों यात्रियों को सुविधा होगी और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
दरभंगा आउटर रिंग रोड परियोजना
सांसद डॉ. ठाकुर ने दरभंगा आउटर रिंग रोड बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
लगातार बढ़ रही आबादी के बीच यह यातायात जाम की समस्या को कम करेगा।
रिंग रोड से चारों ओर से आने-जाने वाले वाहन बिना शहर में घुसे सीधे अपने गंतव्य तक पहुँच सकेंगे।
आर्थिक विकास पर असर
इन सभी परियोजनाओं से:
दरभंगा का औद्योगिक विकास तेज होगा।
पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, विशेषकर मिथिला पेंटिंग, विद्यापति स्मारक स्थल, और उग्रतारा भगवती स्थान महिषी जैसे धार्मिक स्थलों पर।
रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे, खासकर परिवहन, होटल और निर्माण क्षेत्र में।
सांसद का संकल्प
सांसद ने कहा —
“दरभंगा को बिहार का प्रमुख आर्थिक हब बनाना मेरा संकल्प है। बेहतर सड़क कनेक्टिविटी इसके विकास की कुंजी है।”