मिथिला की समग्र विकास की नवगाथा लिखने को तैयार दरभंगा अब सहरसा, कुशेश्वरस्थान होते खगड़िया तक यात्रा करने वालों को बड़ी राहत देने की तैयारी में है। इन जिलों में जाम से पूरी तरह राहत मिलने वाली है। वजह है, दरभंगा में बन रहे सभी आरओबी में, दोनार आरओबी बिहार का पहला रेलवे आरओबी होगा। दरभंगा को सर्वश्रेष्ठ मिलने वाला है। बहुप्रतीक्षित राहत दरभंगावासियों को मिलने जा रही है। कारण, दोनार आरओबी निर्माण कार्य शीघ्र होगा शुरू| ROB Project Bihar
जय बाबा केदार..!
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देशज टाइम्स, दरभंगा (बिहार) – लंबे समय से जाम की समस्या से जूझ रहे दरभंगा वासियों के लिए दोनार आरओबी (Donnar ROB) निर्माण की स्वीकृति एक मील का पत्थर साबित होगी। जल्द ही इस महत्वपूर्ण रेलवे ओवरब्रिज (Railway Over Bridge) का निर्माण कार्य 134.67 करोड़ रुपये की लागत से शुरू होने जा रहा है।
आरओबी निर्माण से बदलेगा दरभंगा का ट्रैफिक सिस्टम
लहेरियासराय चट्टी, दिल्ली मोड़, कंगवा गुमटी, बहेरी-पंडासराय रोड की गुमती जैसे क्षेत्रों में पहले से ही आरओबी निर्माण कार्य प्रगति पर है। अब दोनार गुमटी पर भी ओवरब्रिज बनने से शहर के मुख्य मार्गों पर जाम से स्थायी राहत मिलने की उम्मीद है।
बाबा हंस कंस्ट्रक्शन को मिली जिम्मेदारी
परियोजना की निविदा बाबा हंस कंस्ट्रक्शन को दी गई है, जो बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (BSRDC) के तहत इस कार्य को पूरा करेगी। कंपनी की ओर से निर्माण कार्य शुरू करने हेतु आवश्यक औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।
एनडीए सरकार की तत्परता से मिली मंजूरी
सांसद एवं लोकसभा में भाजपा सचेतक डॉ. गोपालजी ठाकुर ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर इस परियोजना की प्रशासनिक स्वीकृति दिलाई।उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह स्वीकृति एनडीए सरकार की तत्परता का प्रमाण है।
रेल मंत्रालय भी दे रहा पूरा सहयोग
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव तथा रेलवे के शीर्ष अधिकारियों ने संसद सत्र के दौरान सांसद ठाकुर को आश्वासन दिया कि सभी आरओबी समय पर पूरे किए जाएंगे। रेल मंत्रालय इस विषय को लेकर पूरी तरह गंभीर है।
मिथिला क्षेत्र को मिलेगा सीधा लाभ
डॉ. ठाकुर ने बताया कि दोनार आरओबी बनने के बाद दरभंगा से सहरसा, कुशेश्वरस्थान, होते हुए खगड़िया तक यात्रा करने वालों को जाम से पूरी तरह राहत मिलेगी। यह परियोजना मिथिला क्षेत्र के समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।