मई,5,2024
spot_img

#DarbhangaNews-1सितंबर को होगी भगवान विष्णु के अनंत स्वरूप 14 गांठ वाले सूत्र की पूजा

spot_img
spot_img
spot_img

दरभंगा, देशज न्यूज। अनेकता में एकता का संदेश देने वाले भारत में सभी माह कोई ना कोई पर्व-त्यौहार होता रहता है। भगवान के विविध रूपों की पूजा- अर्चना कर लोग आत्मिक शांति पाते हैं। इसी कड़ी में भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि को अनंत चतुर्दशी मनाई जाती है। इसके लिए शहर से लेकर गांव तक में विभिन्न रंगों के अनंत की बिक्री जोर-शोर से हो रही है।

 

अनंत के दामों में करीब दोगुनी वृद्धि हुई है, बावजूद इसके लोग खरीद रहे हैं। मंगलवार को गांव-गांव में प्रमुख जगहों पर लोगों को एकत्रित कर पंडित व आयोजकों की ओर से अनंत पूजा कराया जाएगा।darbhanganews-anant chaturdashi will be celebrated one september

 

यह भी पढ़ें:  Darbhanga News | दरभंगा के Legal Empowerment के पुरोधा Indrashekhar Mishra को अधिवक्ताओं ने किया याद, 8वीं पुण्यतिथि पर दी नमनाजंलि

इस दौरान खीरा व पंचामृत  के प्रसाद का विशेष महत्व है। अनंत चतुर्दशी के दिन क्षीर सागर में विराजमान भगवान विष्णु के अनंत स्वरूप की पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन अनादि स्वरूप भगवान श्री हरि विष्णु की पूजा कर लोग उनके प्रतीक स्वरूप अनंत सूत्र की पूजा कर धारण करते हैं।darbhanganews-anant chaturdashi will be celebrated one september

 

इस वर्ष अनंत चतुर्दशी एक सितंबर मंगलवार को मनायी जाएगी। पं. एसएन झा बताते हैं,अनंत चतुर्दशी के दिन नित्य क्रिया से निवृत्त होने के बाद स्नान, ध्यान कर भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लेना चाहिए। इस व्रत में एक समय बिना नमक के भोजन करना चाहिए, अगर पूरा दिन निराहार रहे तो अति उत्तम। पूजा स्थल पर कलश स्थापना कर अष्टदल कमल की तरह बने बर्तन में कुश का अनंत भगवान बनाकर स्थापना करनी चाहिए।

 

यह भी पढ़ें:  Madhubani News | Khutauna News| लगा दी बाहर से कुंडी, घरवालों को भनक लगी नहीं, दो घरों से लाखों कैश और ज्वेलर्स उड़ा ले गए अपराधी

भगवान विष्णु की प्रतिमा भी रखी जा सकती है। भगवान विष्णु और धागा से बने 14 गांठ वाले अनंत सूत्र की पूजा के बाद उसे दाहिने हाथ की बांह पर बांधे जाने का नियम अग्नि पुराण के अनुसार पौराणिक काल से है। उन्होंने बताया कि धागा से बने 14 गांठ वाले अनंत सूत्र का विशेष महत्व है। भगवान विष्णु ने 14 लोक भू, भुव:, स्व:, जन, तप, सत्य, यह, तल, अतल, तलाताल, रसातल, पाताल आदि की रचना की थी और यह उसी के प्रतीक हैं।darbhanganews-anant chaturdashi will be celebrated one september

यह भी पढ़ें:  Bihar News| Samastipur News| ग्रामीणों का भारी उपद्रव, पुलिस पर हमला, बनाया बंधक, वाहन के शीशे तोड़े...कोई नई बात नहीं है यहां...?

 

इन 14 लोकों के पालन और रक्षा के लिए भगवान श्री हरि विष्णु स्वयं 14 रूपों में प्रकट हुए थे और अनंत स्वरूप भगवान विष्णु को  प्रसन्न करने के लिए अनंत फल देने वाले अनंत चतुर्दशी का व्रत मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि 14 वर्षों तक लगातार अखंड स्वरूप में अनंत चतुर्दशी का व्रत करने से साक्षात विष्णु लोक की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि इस दिन व्रती अगर विष्णु सहस्रनाम का पाठ करेंं तो उसकी सभी मनोकामना पूरी हो जाती है। मान-सम्मान, धन-धान्य, सुख-संपदा और संतान इत्यादि सुख की प्राप्ति होती है। darbhanganews-anant chaturdashi will be celebrated one september

ताज़ा खबरें

Editors Note

लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया deshajtech2020@gmail.com पर लिखें।

- Advertisement -
- Advertisement -
error: कॉपी नहीं, शेयर करें