दरभंगा में सड़क जाम की समस्या बनी सिरदर्द, विकास कार्यों में सुस्ती से नाराज लोग
दरभंगा, 18 दिसंबर। शहर के प्रमुख इलाकों में सड़क जाम की समस्या आम आदमी के लिए बड़ी परेशानी बन चुकी है। मिर्जापुर, दोनार चौक, पंडासराय और लहेरियासराय जैसे प्रमुख स्थानों पर घंटों जाम में फंसे रहना लोगों की दिनचर्या का हिस्सा बन गया है।
सोमवार का दिन दरभंगा शहर में जाम की समस्या से जूझते हुए बीता। शहर के विभिन्न इलाकों में ट्रैफिक जाम के कारण गाड़ियों की चिल्ल-पौं और लोगों की परेशानी दिनभर बनी रही। दीपक कुमार की रिपोर्ट।
घंटों जाम में फंसे रहे लोग
- सुबह से लेकर देर शाम तक मुख्य चौक-चौराहों, मार्गों, और गलियों में जाम लगा रहा।
- कई जगह वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिसमें स्कूल बस, ऑटो-रिक्शा, और एंबुलेंस जैसी आपातकालीन सेवाओं के वाहन भी फंसे रहे।
- जाम में लोग घंटों हांफते और परेशान होते रहे।
मुख्य इलाकों में जाम की स्थिति
- लहेरियासराय टॉवर: यहां सुबह से ही गाड़ियों की भीड़ ने ट्रैफिक व्यवस्था को चरमराया।
- दरभंगा रेलवे स्टेशन के पास: यात्रियों और ऑटो की भीड़ के चलते मार्ग अवरुद्ध हो गया।
- बेंता चौक और विश्वविद्यालय मार्ग: कार्यालय और स्कूल-ऑफिस के समय में यहां पर स्थिति अधिक गंभीर रही।
जाम के कारण
- वाहनों की संख्या में वृद्धि: शहर में गाड़ियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
- अतिक्रमण: सड़कों पर लगी दुकानें और फुटपाथ का अतिक्रमण जाम का मुख्य कारण बना।
- ट्रैफिक पुलिस की कमी: कई प्रमुख चौक-चौराहों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी नहीं दिखे।
- विकल्प मार्ग का अभाव: मार्गों पर निर्माण कार्य और अन्य अव्यवस्था से वैकल्पिक रास्ते नहीं मिल पाए।
स्थानीय निवासियों की मांग
शहरवासियों ने प्रशासन से ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार, सड़कों से अतिक्रमण हटाने, और अधिक ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की मांग की है।
घोषणाएं बहुत, कार्रवाई शून्य
शहरवासियों का कहना है कि केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा की गई घोषणाओं के बावजूद जमीनी स्तर पर काम न के बराबर हो रहा है। स्थानीय निवासी वर्षों से केवल योजनाओं की घोषणाएं सुनते आ रहे हैं, लेकिन निर्माण कार्य शुरू होते नहीं दिख रहे।
आरओबी निर्माण: एक उम्मीद
शहर के जाम मुक्त होने के लिए दोनार गुमटी (80 करोड़), पंडासराय गुमटी (36 करोड़), दिल्ली मोड़ और बेला गुमटी (101 करोड़) पर आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) का निर्माण प्रस्तावित है। इसके अलावा, म्यूजियम गुमटी और लहेरियासराय चट्टी चौक पर भी आरओबी की योजना है।
यदि ये सभी परियोजनाएं पूरी हो जाती हैं, तो लाखों लोगों को राहत मिलेगी। लेकिन, अब तक कार्य में कोई खास प्रगति नहीं हुई है।
जाम के मुख्य स्थान
- वीआईपी सड़कों पर भीषण जाम
- लहेरियासराय टावर से कॉमर्शियल चौक
- टावर से बेंता चौक तक
- अन्य प्रमुख इलाकों में जाम
- दोनार चौक से मिर्जापुर तक
- कादिराबाद से हसन चौक
जनता की नाराजगी
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क जाम की समस्या न केवल उनके समय की बर्बादी कर रही है, बल्कि व्यापार और आर्थिक गतिविधियों पर भी बुरा प्रभाव डाल रही है।
सरकार और प्रशासन से जनता की मांग है कि घोषणाओं को अमल में लाकर जल्द से जल्द विकास कार्यों को गति दी जाए ताकि दरभंगा जाम मुक्त शहर बन सके।
क्या है समाधान?
- आरओबी निर्माण कार्य में तेजी।
- सड़क चौड़ीकरण और यातायात प्रबंधन।
- स्थानीय प्रशासन की सक्रियता।
शहरवासियों को उम्मीद है कि विकास की गति तेज होगी और उन्हें जल्द ही जाम मुक्त शहर का अनुभव होगा।