दरभंगा की यह खबर गर्मी, बिजली संकट और लगातार बढ़ते बिजली लोड से जुड़ी है — इसमें जिम्मेदारी, व्यवस्था, भविष्य की आशंका और सेवा भावना भी है तो उपभोक्ताओं के प्रति चिंता भी कि गर्मी की मार और बिजली लोड लगातार… दरभंगा में बिजली का रिकॉर्ड लोड पर है!
दरभंगा शहर में बिजली लोड 70 मेगावाट पार, बढ़ती गर्मी से बढ़ा दबाव
70 मेगावाट पार, गर्मी में बढ़ी टेंशन के बीच बिजली कर्मचारी दिन-रात सेवा में जुटे हैं। दरभंगा में 70 मेगावाट लोड पार होने के बाद अब आगे और क्या यह चिंता स्वभाविक है। क्योंकि-सावधान! दरभंगा में बिजली का लोड तेजी से बढ़ा – अगले हफ्ते और बिगड़ सकते हैं हालात।
पिछले साल की तुलना में 7 मेगावाट की बढ़ोत्तरी
दरभंगा में बिजली संकट की गरमाहट के बीच? 70 मेगावाट लोड के बाद बढ़ी प्रशासन की चिंता।पिछले साल से 7 मेगावाट ज्यादा लोड! दरभंगा में बिजली की मांग आसमान पर।@दरभंगा, देशज टाइम्स।
शहर का विद्युत लोड 63 मेगावाट था, बढ़कर 70 मेगावाट तक, आगे और लोड बढ़ने की आशंका
दरभंगा, देशज टाइम्स — दरभंगा शहरी क्षेत्र में भीषण गर्मी का असर अब बिजली आपूर्ति प्रणाली पर भी साफ नजर आने लगा है। पिछले साल जहां शहर का विद्युत लोड 63 मेगावाट था, वहीं इस वर्ष यह बढ़कर 70 मेगावाट तक पहुंच गया है।
विद्युत लोड में लगातार वृद्धि
वर्ष | विद्युत लोड (मेगावाट) |
---|---|
2024 | 63 MW |
2025 (वर्तमान) | 70 MW |
अनुमानित भविष्य | 75-80 MW (जून अंत तक) |
विद्युत विभाग की सतर्कता
गर्मी और बढ़ते कूलिंग डिवाइस (AC, कूलर, फ्रिज) के उपयोग को देखते हुए विद्युत लोड लगातार बढ़ रहा है। इसके बावजूद बिजली विभाग के सभी कर्मी 24×7 सेवा में लगे हुए हैं, जिससे किसी तरह की आपूर्ति बाधा न हो।
बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया:
“हमारी पूरी टीम फिलहाल फील्ड में है। जैसे-जैसे तापमान चढ़ रहा है, वैसे-वैसे लोड भी बढ़ रहा है। तकनीकी स्टाफ पूरी मुस्तैदी से हर शिकायत को तत्काल सुलझा रहा है।”
आगे और लोड बढ़ने की संभावना
जैसे-जैसे जून-जुलाई में तापमान 45°C तक पहुंचता है, विद्युत लोड के और 5-10 मेगावाट बढ़ने का अनुमान है। विभाग ने इसके लिए पहले से ही बैकअप और ट्रांसफार्मर क्षमता बढ़ाने की दिशा में काम शुरू कर दिया है।
ग्राहकों से सहयोग की अपील
विद्युत विभाग ने शहरवासियों से अपील की है कि वे गैर-ज़रूरी उपकरणों का प्रयोग कम करें और लोड संतुलन में प्रशासन का सहयोग करें, ताकि ब्लैकआउट जैसी स्थिति से बचा जा सके।