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26 नवम्बर, 2024
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दरभंगा में बिहार के सबसे चर्चित लतराहा दोघरा महावीरी झंडा महोत्सव में झंडा टूटने पर जमकर विवाद, पत्थरबाजी, भगदड़, हजारों भक्तों ने किए 51 तल्लों में 121 फीट गगनचुंबी महावीरी झंडा में विराजे देवी-देवताओं के दर्शन

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जाले, देशज टाइम्स। बिहार का चर्चित लतराहा दोघरा महावीरी झंडा महोत्सव मंगलवार को प्रशासनिक देखरेख में भारी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के बीच छिटपुट घटना को छोड़कर शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। मौके पर महावीरी झंडा के सभी 51 तल्ला में विराजे देवी देवताओं की पूजा अर्चना हजारों श्रद्धालुओं ने पक्तिबद्ध होकर किया।

महावीरी झंडा महोत्सव स्थल समेत सभी संवेदनशील स्थलों पर दंडाधिकारी के साथ सुरक्षा बल तैनात थी। झंडा महोत्सव के आसपास के घरों के छत से सशस्त्र सुरक्षा बल की ओर से कड़ी चौकसी के साथ निगरानी की जा रही थी। महोत्सव स्थल पर बने नियंत्रण कक्ष से जिला नियंत्रण कक्ष से पल-पल की जानकारी ली जा रही थी।

सबसे पहले दोघरा गांव का विशाल महावीरी झंडा जुलूस के साथ 121 फीट गगनचुंबी महावीरी झंडा को लेकर जय शिव जय शिव के जयकारा के साथ दोघरा पुरानी बाजार स्थित मुख्य सड़क के पूरब झंडा वेदी के निकट पहुंचा।

 

इसी समय लतराहा गांव से सैकड़ों की जुलूस के साथ लाए गए विशाल महावीरी झंडा सड़क तक पहुंचा कि यह महावीरी दरभंगा में बिहार के सबसे चर्चित लतराहा दोघरा महावीरी झंडा महोत्सव में झंडा टूटने पर जमकर विवाद, पत्थरबाजी, भगदड़, हजारों भक्तों ने किए 51 तल्लों में 121 फीट गगनचुंबी महावीरी झंडा में विराजे देवी-देवताओं के दर्शन

झंडा बीचों बीच से टूट गया। पहले हमारा झंडा पूजा वेदी पर रखने के प्रश्न पर दोघरा एवम लतराहा के लोगों की बीच एक दूसरे के ऊपर पत्थरबाजी के साथ झंडा के ऊपर पत्थरबाजी होने से कुछ देर के लिए झंडास्थल पर भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।

 

वहीं, दोघरा के कार्यकर्ताओं ने महावीरी झंडा को उठाकर पूजा वेदी पर स्थापित कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि लतराहा से लाए गए विशाल गगनचुंबी  महावीरी झंडा जिसके सभी 51 तल्लों में भगवान के चित्र विराजे थे। वह विशाल झंडा बेदी पर आने के दौरान दो बार बीचों-बीच टूट कर बिखर गया।

 

मौके पर मौजूद जाले थानाध्यक्ष यशोदानंद पांडेय के नेतृत्व में पुलिस बल ने सूझ बूझ से बीच बचाव कर मामले को शांत कराया। इस दौरान नगरडीह का विशाल महावीरी झंडा परंपरागत हथियारों लाठी, भाला, फरसा, तलवार योगचाप आदि का करतब दिखाते जय शिव जय शिव नारा के साथ महावीरी झंडा महोत्सव स्थल के वेदी पर स्थापित किया गया।

तीसरा झंडा जुलूस सीमावर्ती सीतामढ़ी जिला के नानपुर थाना क्षेत्र के सौरिया गांव से महावीरी झंडा के साथ नानपुर थानाध्यक्ष व बोखरा ओपी पुलिस की निगरानी में निर्धारित स्थल तक पहुंचाया गया। वहीं, नगरडीह गांव का महावीरी झंडा पर जुलूस के साथ महोत्सव स्थल पर पहुंचाया गया।

 

सभी महावीरी झंडा को पंक्तिबद्ध रखा गया था। जहां स्वयंसेवक एवम पुलिस बल की ओर से श्रद्धालु  को पंक्तिबद्ध होकर झंडा के निचले तल्ले पर बने बजरंगबली एवम भगवान श्रीराम दरबार का पूजा-अर्चना कराया जा रहा था।
इस मौके पर एक दर्जन से अधिक गांवों से पहुंचे महावीरी झंडा झरनी मंडली में जाले, लतराहा, राढी, कछुआ, चकौती, हरिनगर, रेवढ़ा, नानपुर, भटूवा, रायपुर, बोखरा, खरका-वसंत आदि गांवों के झरनी मंडली की ओर से बांस के बने विशेष प्रकार के वाद्ययंत्र के धुन पर बजरंगबली के जीवन गाथाओं का काव्यात्मक गीतो के धुन पर नृत्य कर रहे थे। इनकी काव्यगित गायन के साथ गोल वृताकार में नृत्य बड़ा ही मनोहारी दृश्य उपस्थित कर रहा था।
इस मौके पर आपातकालीन स्थिति से निपटने को लेकर दंगारोधक दल के साथ दंगा नियंत्रण वाहन वज्र वाहन व अग्निशामक वाहनों को स्थानीय बृजकिशोर आश्रम प्रांगण में रखा गया था।दरभंगा में बिहार के सबसे चर्चित लतराहा दोघरा महावीरी झंडा महोत्सव में झंडा टूटने पर जमकर विवाद, पत्थरबाजी, भगदड़, हजारों भक्तों ने किए 51 तल्लों में 121 फीट गगनचुंबी महावीरी झंडा में विराजे देवी-देवताओं के दर्शन

मौके पर थानाध्यक्ष यशोदानंद पांडेय, बीडीओ दीनबंधु दिवाकर, सीओ राकेश कुमार मेला क्षेत्र में घूम-घूम कर विधि व्यवस्था के जायजा लेते देखे गए।

दोघरा की मुखिया चंद्रकला देवी, एसडीपीओ सदर अमित कुमार, एएसडीओ गौरव शंकर, पुलिस निरीक्षक कमतौल योगेंद्र रविदास, बीडीओ दीनबंधु दिवाकर, सीओ राकेश कुमार, प्रखंड पंचायत पदाधिकारी सीतामढ़ी नानपुर के राकेश कुमार, बोखरा ओपी प्रभारी त्रिपुरारी प्रसाद, बीडीओ बोखरा रीता कुमारी, सीओ पुष्पा कुमारी, कमतौल, सिमरी, केवटी मोरो आदि के थानाध्यक्ष पुलिस बल महोत्सव स्थल पर तैनात दिखे।
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