Ground Zero Report: Darbhanga Traffic Police — हाथ मिलाओ, फोटो खींचो और छोड़ दो — बाकी सब ‘ फर्स्ट क्लास ‘ चाहे गाड़ी ‘ अंतरराष्ट्रीय ‘ ही क्यों न हो… @प्रभाष रंजन, दरभंगा। जिले में एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलरेड्डी (Darbhanga SSP Jagunath Raddi) लगातार भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए प्रयासरत हैं। लेकिन कुछ पुलिसकर्मियों की गतिविधियां उनके प्रयासों को नजरअंदाज कर रही हैं।
जब देशज टाइम्स के प्रभाष रंजन ग्राउंड जीरो पर पहुंचे तो देखिए क्या नज़र आया — मंगलवार सुबह एक नेपाल की कार को वन-वे ट्रैफिक नियम तोड़ने के बाद भी छोड़ दिया गया, जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं।
Ground Zero Report: Darbhanga Traffic Police: नियम तोड़ने के बावजूद…NO ACTION?
घटना मंगलवार सुबह 8:40 बजे की है। नेपाल के विराटनगर निवासी आनंद शर्मा की गाड़ी ने दोनार चौक से दरभंगा रेलवे स्टेशन की ओर जाते समय वन-वे का उल्लंघन किया।
…हाथ मिलाने के बाद ‘ गाड़ी ‘ को छोड़ दिया?
चौक पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस ने मोबाइल से गाड़ी की तस्वीरें लीं और गाड़ी को साइड करवा कर उसमें सवार ड्राइवर को ट्रैफिक पोस्ट पर बुलाया। लेकिन “हाथ मिलाने” के बाद गाड़ी को छोड़ दिया गया और उसे नाका-5 की ओर से वापस भेज दिया।
मौके पर ही रोका जा सकता था वाहन
जब गाड़ी वन-वे का उल्लंघन कर रही थी, उसी वक्त उसे रोककर सही जानकारी दी जा सकती थी। लेकिन पुलिसकर्मी ने जानबूझकर गाड़ी को जाने दिया और बाद में रोककर सामान्य बातचीत के बाद छोड़ दिया।
वन-वे नियमों का लगातार ‘ उल्लंघन ‘

जब पत्रकारों ने घटना की फोटो खींचनी शुरू की, तब भी वहां तैनात पुलिसकर्मी बेखौफ नजर आए। वहीं, ऑटो चालक भी लगातार वन-वे नियमों का उल्लंघन कर रहे थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे इलाके में जाम लगना स्वाभाविक हो गया।
500 रुपये लेकर छोड़ी गई नेपाल की गाड़ी?
नेपाल के नागरिक आनंद शर्मा ने दावा किया कि ट्रैफिक पुलिस ने उनसे 500 रुपये लिए, उसके बाद ही गाड़ी को जाने दिया। यह आरोप भ्रष्टाचार की पुष्टि करते हैं।
हाल में ही बदले गए ट्रैफिक प्रभारी
दो दिन पूर्व ही नए ट्रैफिक प्रभारी चंद्रोदय प्रकाश ने कार्यभार संभाला है। उनके नेतृत्व में भ्रष्टाचार के मामलों पर कार्रवाई की गई है। लेकिन अभी भी कुछ पुलिसकर्मी भ्रष्टाचार से बाज नहीं आ रहे हैं।
चालान काटने की सुविधा नहीं, फोटो से ही काम
मौके पर मौजूद ट्रैफिक कर्मियों के पास चालान काटने की मशीन नहीं थी। ऐसे में वे अब भी मोबाइल से फोटो लेकर कार्रवाई का दावा करते हैं।
सिपाही संवर्ग के पुलिसकर्मी को चालान काटने का अधिकार नहीं होता, फिर भी वे पैसे लेकर छोड़ने का काम कर रहे हैं, जो नियमों के खिलाफ है।
Bihar Police HQ का बड़ा फैसला, अब ‘ दाग ‘ अच्छे नहीं है, …SHO बनने के कड़े नियम जारी
You must be logged in to post a comment.