Darbhanga News|Jaley News| किसान…ये धान का झर लेकर क्या करेंगे सरकार…? सवाल यही है। जहां, किसानों में उबाल है। जाले प्रखंड मुख्यालय स्थित ई-किसान भवन में शनिवार को किसानों के साथ बड़ा धोखा हुआ है। दरअसल, सरकार खरीफ की फसल के लिए अनुदानित दर पर बीज किसानों को मुहैया करा रही। इसको लेकर बीआरबीएन के धान का बीज का वितरण हो (Huge irregularity in distribution of paddy seeds in Darbhanga) रहा है। मगर, किसानों के पैकेट में बीज के नाम पर धान का झर नसीब हो रहा है।
Darbhanga News|Jaley News| अब, किसानों में उबाल है। बीज के पैकेट को खोलकर जब किसानों ने देखा
अब, इन किसानों में उबाल है। शनिवार को मिले बीज के पैकेट को खोलकर जब किसानों ने देखा तो निराश होकर आक्रोशित हो उठे। तत्काल बीज दिखाते पूछा यह बीज है या धान का झर। यह देकर क्या साबित करना चाहती है सरकार…जहां, संपूर्ण जाले के किसानों में भारी आक्रोश है। वह खुद को ठगा महसूस कर रहे। जहां…
Darbhanga News|Jaley News| प्रथम फेज में कुल 30 क्विंटल बीज आया था
जानकारी के अनुसार, इसमें प्रथम फेज में कुल 30 क्विंटल बीज आया था। इसमें राजेंद्र मंसूरी प्रभेद का 24 क्विंटल और स्वर्णा सब वन प्रभेद का छह क्विंटल बीज था। प्रथम फेज में बीज का उठाव कर जब किसानों ने पैकेट खोला तो अंदर से जो निकला वह देखते ही किसान आक्रोशित हो उठे। निराशा और अपने को ठगा महसूस करते वहां मायूस खड़े रहे।
Darbhanga News|Jaley News| प्रथम फेज में कुल 30 क्विंटल बीज आया था
धान के बारह किलो वाला बीज के पैकेट में पचीस फीसद से अधिक धान का झर मिला हुआ था। बेलवारा गांव के किसानों ने बताया कि साठ किलो धान बीज के लिए ऑन लाइन आवेदन करने के बाद बीज आने पर चौबीस किलो राजेंद्र मंसूरी और 36 किलो स्वर्णा सब वन प्रभेद लिया। धान की नर्सरी लगाने के लिए जब स्वर्णा सब वन बीज का पैकेट खोला तो उसमें पचीस प्रतिशत से अधिक धान का झर मिला हुआ था।
Darbhanga News|Jaley News| किसानों ने जब राजेंद्र मंसूरी का बीज का पैकेट भी खोला तो
इसके बाद किसानों ने जब राजेंद्र मंसूरी का बीज का पैकेट भी खोला तो उसमें भी धान का झर मिला हुआ था। पर स्वर्णा सब वन से कम था। वहीं किसानों ने बताया कि अब बीज की नर्सरी लगाना छोड़ पहले बीज की सफाई करने के बाद ही नर्सरी लगाएंगे।
Darbhanga News|Jaley News| बीएओ उपेंद्र कुमार ने बताया…अंदर क्या है, हमें क्या पता
वहीं, बीएओ उपेंद्र कुमार ने बताया कि सरकार की ओर से बीआरबीएन का बीज यहां वितरण के लिए आता है। इसमें बारह किलोग्राम का सील्ड पैकट रहता है। पैकेट के अंदर में क्या है? इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।