नीलगाय पर तलवार से हमला! दरभंगा में इंसानियत हुई शर्मसार, ग्रामीणों ने बचाई जान।नीलगाय को खूंटे से बांधकर तलवार से काटा! समय पर पहुंची पुलिस, गांव वालों ने बचाई जान।नीलगाय को मारने की थी साजिश!@बिरौल,देशज टाइम्स।
दरभंगा में ग्रामीणों ने दिखाई इंसानियत की मिसाल
दरभंगा में ग्रामीणों ने दिखाई इंसानियत की मिसाल।अगर पुलिस समय पर नहीं पहुंचती तो मार दी जाती नीलगाय! गांव वालों ने बताया पूरा मामला।दरभंगा में नीलगाय को बचाया तलवारधारियों से! जंगल में छोड़ा, गांव ने किया इलाज@बिरौल,देशज टाइम्स।
Bullets में):खूंटे से बांध कर छोड़ दिया जख्मी जानवर को
दरभंगा के भंथा गांव में नीलगाय पर तलवार से हमला। खूंटे से बांध कर छोड़ दिया गया था घायल जानवर। डायल 112 की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नीलगाय को मुक्त कराया। अमित झा और ग्रामीणों ने घरेलू उपचार कर जंगल में छोड़ा। पुलिस ने नीलगाय को सुरक्षित रूप से जंगल तक पहुंचाया। ग्रामीणों ने पुलिस की तत्परता की सराहना की।
दरभंगा में नीलगाय पर तलवार से हमला, ग्रामीणों और पुलिस की सतर्कता से बची जान | Nilgai Attack in Darbhanga
दरभंगा, बिरौल, देशज टाइम्स। दरभंगा जिले के भंथा गांव (बिरौल थाना क्षेत्र) से एक दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां कुछ असामाजिक तत्वों ने एक नीलगाय पर तलवार से हमला कर दिया और उसे खूंटे से बांधकर छोड़ दिया। घटना गुरुवार की है, जब समय रहते स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस की सतर्कता से नीलगाय की जान बचाई जा सकी।
तलवार से हमला कर बांधा, ग्रामीणों ने दी पुलिस को सूचना
भंथा गांव में कुछ अज्ञात असामाजिक तत्वों ने नीलगाय को तलवार से घायल कर दिया। घायल नीलगाय को एक खूंटे से बांधकर छोड़ दिया गया, जिससे उसकी हालत और भी बिगड़ गई। मौके पर मौजूद स्थानीय ग्रामीणों ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर नीलगाय को मुक्त कराया।
घायल अवस्था में गिरा, ग्रामीणों ने किया उपचार
मुक्त होने के बाद नीलगाय भागते हुए गौड़ाबौराम प्रखंड के आसी हाई स्कूल के पास आकर गिर गया। वहां मौजूद स्थानीय युवक अमित झा और अन्य ग्रामीणों ने घायल नीलगाय को घरेलू उपचार दिया। ग्रामीणों ने उसे पानी, चारा और प्राथमिक उपचार देने के बाद जंगल की ओर सुरक्षित भेज दिया।
पुलिस की सक्रियता से टली बड़ी घटना
घनश्यामपुर थाना अध्यक्ष अजित कुमार ने बताया कि नीलगाय को सुरक्षित रूप से जंगल की ओर रवाना कर दिया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर पुलिस समय पर नहीं पहुंचती, तो संभवतः असामाजिक तत्व नीलगाय को गायब कर देते या फिर और नुकसान पहुंचाते।