दरभंगा में फर्जी अधिकारी बनकर जेवरात लूट रहे हैं ठग! पुलिस अब तक खाली हाथ। “सरकारी चेकिंग है…” कहकर पहनावा उतरवा लिया! दरभंगा में एक और चौंकाने वाली ठगी।गले से सोने की चेन उतार ली और पकड़ा दिया बालू! दरभंगा में नया ठगी गैंग सक्रिय।फर्जी अधिकारी बनकर दरभंगा में लोगों को बना रहे निशाना – डर दिखाकर छीनते हैं गहने। 18 जून को भी महिला से हुई थी ऐसी ही ठगी – क्या दरभंगा में फर्जी अफसर गैंग घूम रहा है?@प्रभास रंजन, दरभंगा,देशज टाइम्स।
चेतावनी: ऐसे मामलों से कैसे बचें?
कोई भी व्यक्ति अगर खुद को अधिकारी बताए, तो उसका पहचान पत्र मांगें। पुलिस की अनुमति के बिना किसी को भी जेवर न उतारें। संदेह होने पर तुरंत 112 या स्थानीय थाने को कॉल करें। CCTV वाले क्षेत्रों से ही गुजरें।@दरभंगा,देशज टाइम्स।
दरभंगा में “सरकारी चेकिंग” के नाम पर जेवरात की ठगी, पुलिस अब तक नाकाम
दरभंगा/देशज टाइम्स। शहर में इन दिनों फर्जी अधिकारी बनकर जेवरात लूटने वाला गिरोह सक्रिय हो गया है। ताजा मामला नगर थाना क्षेत्र के गांधी चौक का है, जहां एक राजगीर से सोने की चेन और अंगूठी ठग ली गई।
कैसे दिया गया घटना को अंजाम?
जुड़ावन सिंह मोहल्ला के निवासी आनंद मिश्रा दोपहर में गांधी चौक से होकर घर लौट रहे थे। इसी दौरान दो अज्ञात व्यक्ति उनके पास आए और खुद को सरकारी अधिकारी बताया।
उन्होंने कहा,
“सर में चेकिंग चल रही है, सोने की चेन और अंगूठी उतारकर अपने पास रख लीजिए वरना पुलिस पकड़ लेगी।”
आनंद मिश्रा ने देखा कि एक व्यक्ति की कमर में पिस्टल जैसी चीज थी, जिससे वह डर गए। उन्होंने अपनी सोने की चेन और अंगूठी उतार दी।
ठगों में से एक ने एक कागज निकालकर कहा,
“इसमें रख दीजिए, हम पैक कर देते हैं।”
फिर चालाकी से जेवरात की जगह बालू भरा कागज उन्हें पकड़ा दिया और फरार हो गए। जब आनंद ने कागज खोला, तो उसमें बालू निकला। वे घबराकर तुरंत नगर थाना पहुंचे।
नगर थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया
नगर थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है। सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। बदमाशों की पहचान कर छापेमारी की जा रही है।
पहले भी हो चुकी है ऐसी ठगी
18 जून 2025, लहेरियासराय थाना क्षेत्र के बेलवागंज मोहल्ला में सावित्री देवी से भी इसी तरह के तरीके से जेवरात ठगे गए थे। उन्होंने भी थाना में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन बदमाश अब तक नहीं पकड़े गए हैं।
सवाल उठते हैं…
बार-बार एक जैसी घटना, क्या पुलिस गंभीर नहीं? सीसीटीवी फुटेज होने के बावजूद गिरफ्तारी क्यों नहीं? क्या दरभंगा की महिलाएं और बुजुर्ग अब सड़क पर सुरक्षित नहीं?