दरभंगा,देशज टाइम्स। लोकनायक जयप्रकाश नारायण के अवतरन दिवस 11 अक्तूबर पर जेपी को नमन किया उनके चेलों ने।
बुधवार को दरभंगा के रहमगंज स्थित राम जानकी धर्मशाला में आयोजित जेपी सेनानियों का एक दिवसीय जिला सम्मेलन जिलाध्यक्ष नरेश सहनी जी के अध्यक्षता में संपन्न हुई।
सम्मेलन के मुख्य अतिथि जेपी सेनानी संगठन के प्रदेश महासचिव अरूण कुमार पाठक जी ने इस मौके पर लोकनायक जयप्रकाश नारायण के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उपस्थित जेपी सेनानियो संबोधित करते हुए कहा की जेपी के बताए हुए रास्ता पर हम सबों को सदैव चलना है, तभी लोकनायक को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
हमें जेपी के सपनो को साकार करना है। इस निमित्त हमें अभिबंजित वर्गों की सेवा करना होगा। समाज में अश्पृष्यता मिटाना होगा जात पात ऊंच नीच के भेद को जबतक हम मिटावेंगे यही जेपी के श्रद्धांजलि का मूलमंत्र है।
उन्होंने कहा की राज्य के महा गठबंधन सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार एवम लालू प्रसाद यादव जेपी आंदोलन के उपज है उन्होंने जेपी आंदोलन का नेतृत्व किया है, इमरजेंसी में जेल में बंद रहे है।
राज्य में महा गठबंधन की वर्तमान राज्य व केंद्र सरकार है। लेकिन सत्ता सुख में आकंठ इन नेताओ द्वारा जेपी आंदोलन के साथी अपने हीं सरकार के घोषित सुविधाए से बींचित किए जा रहे है।
जिस कांग्रेस सरकार द्वारा आपातकाल लगाकर देश को संबेधानिक संस्था सहित प्रेस के आजादी को भी छीना गया जेपी छत्र नौजवान सहित सभी विपक्षी दल को जेल में बन्द कर लोकतंत्र का गला घोंटा गया।
सत्ता के लालच में उसी कांग्रेस के भ्रमजाल में फसता दिख रहा है। हमें कांग्रेस के कुचक्र से राज्य एवम देश की जनता को सावधान करना होगा, हमे जेपी के बताए रास्ता पर चलते हुए संपूर्ण क्रांति को पूर्ण करने की दिशा में काम करना होगा।
वर्तमान पीढ़ी के युवाओं को जेपी आंदोलन के संदर्भ में बताना होगा। सम्मेलन को प्रदेश कोषाध्यक्ष अवधेश साह प्रदेश सचिव राजमंगल ठाकुर पावन कुमार झा जयप्रकाश चौधरी समेत दर्जनों बक्ता ने अपने अपने विचार व्यक्त किए।
सम्मेलन के माध्यम से जिलाधिकारी की ओर से मुख्यमंत्री को स्मारपत्र भेज कर सरकार से निम्न लिखित मांग का प्रस्ताव पारित किया गया।
1, बिहार सरकार के संकल्प संख्या 524 दिनांक 15 जुलाई 2015 के प्रावधानों के आधार पर हकदार वंचित जेपी सेनानियों को अभिलंब सम्मान पेंशन स्वीकृत कर उन्हे सम्मान राशि दिया जाय।
2, जेपी सेनानियों के निधन के बाद उनके विधवा आश्रितों को आनावश्यक कानूनी परेशानी के कारण सम्मान राशि प्राप्त करने में विलंब होता है। सेनानियों के जीवन काल में ही आश्रित पत्नी का प्रमाणिक ब्यौरा प्राप्त करने की व्यवस्था की जाए,एवं जेपी सेनानी सेनानी की तरह उन्हें भी पहचान पत्र जारी की जाय।
3, बिहार राज्य पथ परिवहन की बस समेत वोल्वो या अन्य पी पी मोड में चलने वाले सभी बसों में एक सहयात्री के साथ यात्रा की सुविधा प्रदान की जाए।
4, राज्य भर के सभी जेपी सेनानी वरिष्ठ नागरिक की श्रेणी से ऊपर है अतः उन्हें अलग से बीपी मोड के अस्पतालों में इलाज के लिए स्वास्थ्य कार्ड जारी करें।
5, राज्य सरकार द्वारा गठित जिला स्तरीय समिति को तुरंत प्रभाव से वंचित जेपी सेनानियों द्वारा भेजे गए आवेदन के सत्यापन हेतु राज्य से अभिलेख जिला मुख्यालय को भेजी जाए।
6, राज्य सरकार द्वारा दो श्रेणियां में सम्मान पेंशन योजना को लागू कर रखा है जिसे,एक श्रेणी में करने की कृपा की जाए।
7, आपातकाल के दौरान भूमिगत रहने वाले जेपी सेनानी लोकनायक के संपूर्ण क्रांति आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे जिन्हें भी राज्य सरकार द्वारा घोषित सम्मान प्रदान किया जाए।