घनश्यामपुर। कमला बलान नदी में बाढ़ के चलते घनश्यामपुर प्रखंड के दस गांवों की हालत बेहद खराब बताई जा रही है। नदी के जलस्तर में थोड़ी कमी आने के बावजूद, बाढ़ पीड़ितों की समस्याएं बनी हुई हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स।
सड़क संपर्क पूरी तरह बाधित
बाढ़ के कारण गांव की मुख्य सड़कें पानी में डूबी हुई हैं।
नदी के दोनों तटबंध के बीच बसे गांवों — बाउर, नवटोलिया, कैथाही, बैद्यनाथपुर, कनकी मुसहरी, रसियारी पुनर्वास टोल, भरसाहा — का सड़क संपर्क प्रखंड और जिला मुख्यालय से कट गया है।
लोग जगह-जगह नाव के ठेकने के जरिए ही आवाजाही कर पा रहे हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स।
शिक्षा और मिड डे मील योजना प्रभावित
चार सरकारी स्कूलों में जलभराव और सीलन के कारण बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित हुआ है।
मिड डे मील योजना भी बाढ़ के कारण अस्थायी रूप से ठप है।
बच्चों और ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने अस्थायी व्यवस्थाएं शुरू की हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स।
विस्थापितों के लिए प्रशासन की राहत प्रयास
घरों से पानी निकल जाने के बाद कीचड़, फिसलन और गंदगी के कारण विस्थापितों का घर लौटना मुश्किल हो गया है।
प्रशासन की ओर से बाउर और कनकी मुसहरी में दो कम्युनिटी किचन चलाए जा रहे हैं।
आरओ नीलोफर मलिक ने बताया कि 14 सरकारी नावें बाढ़ प्रभावित लोगों की आवाजाही और राहत कार्य के लिए लगाई गई हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स।
नदी के जलस्तर में सुधार और भविष्य की योजना
पानी कम होने से तटबंध पर पानी का दबाव समाप्त हो गया है।
प्रशासन ने चेतावनी दी है कि नदी के किनारे रहने वाले लोग सुरक्षित स्थानों से हटकर लौटें और सुरक्षा उपाय अपनाएं।
जल निकासी और सड़क संपर्क बहाल करने के लिए अतिरिक्त संसाधन तैनात किए गए हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स।