दरभंगा, देशज टाइम्स अपराध ब्यूरो। आखिरकार दरभंगा के एसएसपी अवकाश कुमार ने विश्वविद्यालय के थाना लेखक को निलंबित कर (Lekhpal of Darbhanga Vithana suspended, SSP Chhuti Kumar takes strict action on the news of Deshaj Times) दिया। लेकिन, जिस मामले में थाना लेखक को निलंबित किया गया है उस मामले में थाना लेखक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन उसे निलंबित ही किया गया।
वैसे, देशज टाइम्स एसएसपी अवकाश कुमार को हार्दिक, तहे दिल से शुक्रिया अदा करता है, जिन्होंने देशज टाइम्स की खबर पर एक्शन लिया। हमारी ईमानदार व स्वस्थ पत्रकारिता को सराहा…पढ़िए पूरी खबर
इस मामले में “देशज टाइम्स” में खबर छपते ही पुलिस हरकत में आई थी। लेकिन जिस मामले को लेकर खबर छपी थी। लेकिन तत्काल उसपर पूछताछ कर उस मामले को रफा-दफा कर दिया गया था।
इस मामले में उस वक्त मोड़ आया जब देशज टाइम्स ने दूसरी खबर प्रकाशित करते हुए बताया कि एक दूसरी महिला पुलिस पदाधिकारी ने थानाध्यक्ष एवं एसएसपी से थाना लेखक के विरुद्ध लिखित शिकायत की थी। जांचोपरांत एसएसपी अवकाश कुमार ने इस मामले को गंभीरता से लिया और थाना लेखक पर लगे आरोपों की उन्होंने जांच कराई।
आरोप सही पाया गया। उन्होंने थाना लेखक को निलंबित कर दिया। हालांकि, इस मामले में उन्हें थाना लेखक पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई करनी चाहिए थी। क्योंकि इस मामले के उजागर होने के बाद ही यह बात सामने आई कि महिला पुलिस के साथ थाना लेखक की ओर से क्या बर्ताव किया जाता रहा है।
खैर, इस कार्रवाई से महिला पुलिस और महिला पुलिस पदाधिकारियों में खुशी का माहौल है। कई महिला सिपाहियों ने कहा कि एसएसपी अवकाश कुमार ने यह कार्रवाई कर महिला पुलिस कर्मियों का हौसला बढ़ाया है। अब महिला पुलिस डटकर और निर्भीक होकर काम करेगी।
दरअसल, एक महिला सिपाही के साथ हुए कुछ मामले को लेकर देशज टाइम्स ने खबर छापी। खबर छपने के बाद इस मामले को सदर डीएसपी अमित कुमार ने गंभीरता से लिया। थानाध्यक्ष समेत उक्त महिला सिपाही को डीएसपी सदर ने अपने कार्यालय कक्ष में बुलाकर पूछताछ की।
लेकिन, मामले को इतिश्री कर दिया गया। उस महिला सिपाही से लिखाकर लें लिया गया कि उसके साथ कोई घटना नहीं घटी है। जबकि, वह महिला सिपाही इस संवाददाता को उसके साथ हुई घटना की जानकारी दी थी। लेकिन, कुछ घंटों बाद वह महिला सिपाही पुलिस पदाधिकारियों के दबाव के कारण इस बात से मुकर गई।
डीएसपी सदर ने मामले को रफा-दफा कर दिया ताकि पुलिस की बदनामी नहीं हो। लेकिन, कहते-कहते यह कह गये कि ऐसे पुलिसकर्मी यानि थाना लेखक को लाइन क्लोज कर देना चाहिये। वजह यह था कि एक दूसरी महिला पुलिस पदाधिकारी ने इसकी शिकायत थानाध्यक्ष और एसएसपी से कर दी।
इस कारण विवि थानाध्यक्ष मदन प्रसाद इस घटना के बाद बैचेन हो गये, कुछ बोल नहीं पा रहें थे। उनकी बैचेनी और भी इस बात से बढ़ गई कि ऐसे आचरण वाले थाना लेखक अगर थाना पर विराजमान रहते हैं तो उनके एवं उनके थाना की काफी बदनामी हो जाएगी। और, दंड के भागी भी हो सकते थे।
इस कारण, थानाध्यक्ष मदन प्रसाद ने थाना लेखक को थाना आने से मना कर दिया। यही नहीं, इस बाबत उन्होंने एसएसपी से थाना लेखक की लिखित शिकायत की। एसएसपी अवकाश कुमार ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया। और, थाना लेखक अजीत कुमार को निलंबित कर दिया। थानाध्यक्ष मदन प्रसाद ने पूछने पर कहा कि एसएसपी साहब ने थाना लेखक को निलंबित कर दिया है।
अब स्थिति यह है कि महिला पुलिस बल में इस बात को लेकर काफी खुशी है कि एसएसपी अवकाश कुमार ने थाना लेखक को निलंबित कर दिया। लेकिन, चर्चा यह भी है कि उसपर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई होनी चाहिए थी।