दरभंगा, देशज टाइम्स अपराध ब्यूरो। गाने तो हम हर रोज, हर वक्त सुनते हैं। गानों का टीवी पर रियलिटी शो लोगों को खूब भाता है। मगर, इसी रियालिटी शो के बीच जब कोई देशभक्त जवान की आवाजें स्टेज से सुनाई पड़ती है तो सामने बैठे जज की (Listen to the songs of Mohammed Rafi in the voice of Darbhanga’s SSP Saheb Avakash Kumar…) आंखें भी गर्व से भर उठता है।
ऐसा ही गर्व महसूस होगा जब आप है यह वीडियो सुनेंगे। देखेंगे। कहते हैं ना, भले ही लोग कितने बड़े पद पर विराजमान हो जाए पर दिल तो उसके पास भी है। और पद की गरिमा में कितने देर तक लोग सकुचाते रहेंगे?
मौका जब मिलता है तो लोगों का हंसना, गाना तो छोड़िए कई तो बेहतर डांस भी कर बैठते हैं। दिल ही तो है कि मानता नहीं। जी हां, दरभंगा में हमारे दो आईपीएस ऐसे हैं जो गाने का शौक रखते हैं।
सिटी एसपी सागर कुमार के गाने तो कई बार आपने सुना होगा। लेकिन, हमारे एसएसपी अवकाश कुमार भी सुर लय के साथ अच्छा गाना गा लेते हैं। यह पता जिलावासियों को नहीं था।
एसएसपी महोदय का एक वीडियो देशज टाइम्स के पास है जिसमें वह गाना गा रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि उनके साथ कोई मित्र है, जिन्होंने भी अपना सुर दिया है। और, दोनों का सुर
जब एक साथ निकल रहा है तो ऐसा प्रतीत होता है कि कोई मजे हुए कलाकार गाने को अंजाम दे रहें हैं। गाना भी ऐसा हर किसी के दिल को छू जाए।
ऐसा लग रहा है कि पुराने गाने का धुन है। जैसा, हम महसूस कर रहे हैं कि यह फिल्म दोस्ती का है और गाने की धुन है “जाने वालों जरा, मुड़के देखो मुझे, एक इंसान हूं में तुम्हारी तरह? बिल्कुल सही…
जिस तरह दो दोस्तों ने इस गाने को फिल्मों में गाया है। उसी तरह ऐसा लग रहा है कि बगल में बैठा शख्स इनके गहरे दोस्त हैं। एसएसपी साहब मुझे माफ करना, इतने सुंदर आवाज
को सुनके रहा नहीं गया। और, मैंने आपकी गाये गीत को लोगों से रूबरू कराना उचित समझा। लोग वैसे भी आपके दीवाने हैं, इस दीवानगी में चार चांद लग गया है।
वास्तव में इस गाने को सुनने के बाद एक बोध जरूर होता है कि आदमी आप कितने बड़े क्यों ना हों, पहले तो आप इंसान ही है। गाना किसी के दिल को छू लेगा। क्योंकि…ये दो दोस्तों की अजीज कहानी है…आप भी सुनिए और देखिए