Darbhanga News| Ghanshyampur News| पहले फेसबुक पर दोनों मित्र बनें। फिर धीरे-धीरे प्यार ने अरमान जगाए। आपसी रंजामंदी ऐसी हो गई, प्यार के बंधन में बंधने की लाइक में छोड़ गईं घर-बार…चली साजन के द्वार…रचा ली भागकर मंदिर में शादी…। जहां, फेसबुक ने प्रेमी युगल को मंदिर में सात जन्मों के बंधन में बांध दिए। सात फेरे क्या लगे। मधुबनी के पंकज और घनश्यामपुर की खुशी…का खुशियों भरा पल सामने रंगीन हो गया। क्या देंगे आशीर्वाद में शेयर और लाइक जहां खबर घनश्यामपुर शिव मंदिर से आ रही है….
Darbhanga News| Ghanshyampur News| दुल्हा पंकज मधुबनी का, लड़की खुशी घनश्यामपुर की…बज गई हिंदू रीति की शहनाईं
जानकारी के अनुसार, यह शादी शुक्रवार को हुई है। इसमें दुल्हा मधुबनी जिला के मधेपुर थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव का रहने वाला पंकज कामत है। लड़की घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के जयदेवपट्टी गांव की खुशी कुमारी है। खुशी जयदेवपट्टी से भागकर शिव मंदिर पहुंची। लड़का भी मधुबनी से पहुंचा। दोनों ने शिव मंदिर में सात फेरे ले लिया। और इसके साथ ही, एक साल के लव अफेयरर्स का द एंड हो गया। वरमाला और फिर शादी की रस्म पूरी हुई।
Darbhanga News| Ghanshyampur News| पहले घर से भागी, फिर घर वालों की रजामंदी
जानकारी के अनुसार, दुल्हन खुशबू अपने घर जयदेवपट्टी से यह कहकर निकलीं कि वह अपने लिए सामान खरीदने बाजार जा रही है। लेकिन वह भागकर पंकज के घर भगवानपुर चलीं गईंं। जब खुशबू घर नहीं लौटी। परिवार के लोग हलकान परेशान हो गए। खोजबीन शुरू हुई लेकिन वह कहीं मिली नहीं। बाद में दोनों के घर वालों को जानकारी मिली। दोनों शादी करने वाले हैं।
Darbhanga News| Ghanshyampur News| आज के नहीं, पहले से थे प्यार के किस्से, नाना का घर और दुल्हन
वैसे दोनों के बीच प्यार का बंधन बंधता गांव वाले पहले से देख, सुन रहे थे। इसकी वजह यह थी कि लड़का जो दुल्हा बना का ननिहाल जयदेवपट्टी है। यहां पंकज अक्सर आता था। दोनों छुप-छुपाकर मिलते थे। एक साल से यही प्रसंग गरमाया था जहां, लड़के के पिता हरे राम कामत भी इस बात को स्वीकार करते हैं। बाद में खुशबू के पिता भी इससे राजी हो गए।
Darbhanga News| Ghanshyampur News| लड़की के पिता ने मांगा हाथ, मिल गया…बरातियों संग सरातियों का साथ
उन्होंने पंकज के घर भगवानपुर जाकर अपनी सहमति दे दी। फिर क्या था बज गई शहनाई जहां शुक्रवार को शिव मंदिर घनश्यामपुर में अनोखी शादी हुई। हिंदू रीति रिवाज से यह शादी देखने लोग भी पहुंचे। तो बरात बनकर परमेश्वर कामत, सरोज कामत, आलोक कामत की खुशी देखते ही बन रहे थे। स्वागत के लिए लड़की तरफ से परमेश्वर कामत के साथ स्थानीय ग्रामीण थे।