उन्होंने कहा कि जब वह इनके लिए जो कुछ भी किया अधिनियम एवम कानून बनाकर किया,बने अधिनियम एवम कानून को शत प्रतिशत लागू कुछ कराने की आवश्यकता है। इन्होंने दिव्यांगों से अनुरोध किया कि आप जितना सक्षम हो स्वयं कुशल बने, कुछ करने की हौसला बुलंद करें।
आप जरूर कामयाब होंगे। आप इतना कुशल बनें कि आने वाला कल आप से सीख ले। आप कुशल बनकर समाज गांव में एक उदाहरण पेश करें। आगे उन्होंने कहा इन दिव्यांगों का सभी मांगें जायज है। सरकार को इनकी मांगों के संदर्भ में अवगत कराने की जरूरत है।
मौके पर अंचलाधिकारी राकेश कुमार को दिव्यांगों ने अपने 46 सूत्री मांग पत्र दिया।मांगपत्र का अवलोकन करते हुए सी.ओ.ने कहा कि मांगपत्र को तुरंत अपने उच्चधिकारी को मांग पत्र की कॉपी प्रेषित करेंगे। हमारी ओर से आप सभी दिव्यांगों जनों को जिस तरह से सहायता बन सकेगा निश्चित रूप से करूंगा।मौके पर जाले सदर अनुमंडल के दिव्यांगो के अध्यक्ष भाग्य नारायण साह ने कहा कि शनिवार को जिला मुख्यालय पर संपूर्ण जिला के दिव्यांग पहुंचेंगे एवं जिला पदाधिकारी के समक्ष अपने मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन करेंगे।
सभी दिव्यांग जनों से आह्वान किया कि आप अपने साथ ओढ़ना बिछौना लेकर चलें जहां आगामी दिनों में सरकार के समक्ष अपनी मांगों के समर्थन में धरना देंगे।
इनकी प्रमुख मांगों में दिव्यांग जनों का पेंशन अन्य राज्यों के सामान तीन हजार रुपए मासिक होनी चाहिए। दिव्यांग विवाह योजना में कोट कचहरी की बाध्यता समाप्त किया जाना चाहिए। गरीबी उन्मूलन योजना में दिव्यांगों को 5% आरक्षण मिलनी चाहिए। किसी भी कार्य के ठेका में दिव्यांग जनों को 5% का लाभ मिलना चाहिए जो दिव्यांग अधिकार अधिनियम 2016 की धारा 37 के तहत है।मनरेगा योजना में दिव्यांगों को विशेष श्रेणी का कार्ड बनवा कर उन को रोजगार दें समेत 46 सूत्रीय मांग पत्र अंचलाधिकारी राकेश कुमार को समर्पित किया।