कुशेश्वरस्थान पूर्वी | बिहार – प्रशासन चला गांव की ओर कार्यक्रम के पहले दिन कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड के दो पंचायतों, उसड़ी और महिशौत, में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम उसड़ी पंचायत में बिपिआरओ आबिद अख्तर और महिशौत पंचायत में बीडीओ अशोक कुमार जिज्ञासु की अध्यक्षता में किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य और संवाद:
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीडीओ अशोक कुमार जिज्ञासु ने बताया कि यह कार्यक्रम भारत सरकार के निर्देश पर आयोजित किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य पंचायतों में चलने वाले विकास कार्यों की समीक्षा करना और आमजन की शिकायतों का समाधान करना है। जिज्ञासु ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य मामलों का ऑन द स्पॉट निराकरण करना है।
विभागीय अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी:
कार्यक्रम में प्रखंड के सभी विभागों के पदाधिकारियों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया था, लेकिन विधुत विभाग, बाल विकास, और पीएचईडी विभाग के कोई भी पदाधिकारी या कर्मी उपस्थित नहीं थे। इस पर बीडीओ श्री जिज्ञासु ने अपनी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों में सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहना जरूरी है ताकि समस्याओं का तत्काल समाधान किया जा सके।
शिकायतों और समस्याओं का समाधान:
कार्यक्रम के दौरान सैकड़ों लोगों ने अपने समस्याएं अधिकारियों के समक्ष रखीं। इन समस्याओं में पेंशन और आंगनबाड़ी सेविका केंद्र से जुड़ी शिकायतें प्रमुख थीं। महिशौत पंचायत में उपस्थित लोगों ने आंगनबाड़ी सेविका केंद्र संख्या 113 समेत कई अन्य केंद्रों की मनमानी को लेकर आवाज उठाई। लेकिन, क्योंकि संबंधित विभागों के अधिकारी कार्यक्रम में मौजूद नहीं थे, इस मामले का निराकरण नहीं हो सका।
इसके अलावा, कई लोगों ने सामाजिक सुरक्षा योजनाओं, मनरेगा कार्य, सड़क निर्माण, और जल आपूर्ति से संबंधित शिकायतें भी अधिकारियों के सामने रखीं।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य लोग:
कार्यक्रम में दोनों पंचायतों के मुखिया, पूनम देवी और राजेश पासवान, के साथ-साथ जिला कल्याण पदाधिकारी पीओ संदीप कुमार, प्रखंड कृषि पदाधिकारी धर्मेन्द्र प्रसाद गुप्ता, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामभरोश चौधरी, और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।
निष्कर्ष:
हालांकि प्रशासन चला गांव की ओर कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीणों की समस्याओं का त्वरित समाधान था, लेकिन विभागीय अधिकारियों की अनुपस्थिति के कारण कई समस्याओं का समाधान नहीं हो सका। बीडीओ श्री जिज्ञासु ने यह भी कहा कि भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों में सभी विभागों के अधिकारियों को उपस्थित रहना अनिवार्य किया जाएगा ताकि जनता की समस्याओं का तत्काल समाधान किया जा सके।
कार्यक्रम का समापन सुरक्षा और समाज के विकास के साथ किया गया, लेकिन यह स्पष्ट हो गया कि प्रशासन को और अधिक सक्रिय और प्रभावी तरीके से कार्य करने की आवश्यकता है।