Satish Jha, बेनीपुर | अनुमंडल कार्यालय कक्ष में आयाची मिथिला महिला महाविद्यालय की शासी निकाय की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता विधायक प्रो. विनय कुमार चौधरी ने की। इसमें पठन-पाठन व्यवस्था को सुदृढ़ करने और एक दर्जन प्रस्तावों पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।
सचिव पद पर हुआ बदलाव
अनुमंडल पदाधिकारी शंभूनाथ झा, जो शासी निकाय के पदेन सचिव थे, ने समयाभाव का हवाला देते हुए पद से इस्तीफे की इच्छा जताई। इस पर चर्चा के बाद प्रो. लावण्या कीर्ति सिंह को नया सचिव नियुक्त किया गया।
अनुदान वितरण पर निर्णय
सरकार से प्राप्त अनुदान राशि के उपयोग के लिए तीन श्रेणियां निर्धारित की गईं:
- शैक्षणिक स्टाफ के लिए: ₹1,50,000
- शिक्षकेतर कर्मियों के लिए: ₹1,25,000
- चतुर्थ वर्गीय कर्मियों के लिए: ₹1,00,000
सोलर ऊर्जा पर जोर
- विद्युत विभाग द्वारा लगाए गए जुर्माना का भुगतान करने और महाविद्यालय में सोलर ऊर्जा आधारित विद्युत व्यवस्था स्थापित करने का निर्णय लिया गया।
- प्राचार्य नवीन मिश्रा को सोलर परियोजना के लिए अधिकृत किया गया।
महाविद्यालय अभिलेख का मामला
प्रभारी प्राचार्य नवीन मिश्रा ने पूर्व प्रभारी द्वारा महाविद्यालय के अभिलेख हस्तगत नहीं कराने की जानकारी दी। इसे गंभीर मानते हुए:
- अनुमंडल पदाधिकारी और शासी निकाय के अध्यक्ष ने नियमानुसार कार्रवाई का निर्देश दिया।
- अगली बैठक में इस पर विस्तृत प्रस्ताव प्रस्तुत करने का निर्णय लिया गया।
अन्य महत्वपूर्ण निर्णय
- प्रधान लिपिक पर लगे आरोप:
- उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रभारी प्राचार्य को निर्देशित किया गया।
- वित्तीय व्यय:
- पूर्व के व्यय पर चर्चा अंकेक्षण के बाद की जाएगी।
- अंतर स्नातक भुगतान:
- इसे बिहार इंटरमीडिएट शिक्षा परिषद और विश्वविद्यालय नियमावली के अनुसार किया जाएगा।
शिक्षाविदों की भागीदारी
बैठक में शिक्षाविद सदस्य मिथिलेश राय सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने महाविद्यालय की प्रगति के लिए किए गए निर्णयों की सराहना की।
सारांश
यह बैठक महाविद्यालय की शैक्षणिक और प्रशासनिक मजबूती की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई। आगामी कार्यों और योजनाओं के क्रियान्वयन पर निगरानी रखने का निर्देश भी दिया गया।