
राजीव सिंह, सिंहवाड़ा, देशज टाइम्स। सबसे पहले देशज टाइम्स ने ही आप सुधी पाठकों तक भरहुल्ली पंचायत के जविप्र दुकानदार सीताशरण पांडेय के निधन की जानकारी दी थी। मगर, इस निधन में एक नया मोड़ आया है।
जानकारी के अनुसार, जविप्र विक्रेता का निधन उस दौरान हुआ है जब उन्हें लाइसेंस रद करने की चेतावनी के साथ स्पष्टीकरण पत्र मिला। इसके बाद ही बुधवार को भरहुल्ली पंचायत डीलर सीता शरण पांडेय अचेत होकर गिर गए और उनकी मौत हो गई।
स्पष्टीकरण पत्र में डीलर की ओर से अनियमितता का कारण बताया गया था। सूचना पट्ट संधारित नहीं होने की बात कही गई थी। ऑनलाइन पोर्टल पर प्रदर्शित खाद्यान्न से गेहूं एवं चावल अधिक मिलने की बात पत्र में अंकित है।
डीलर की पत्नी प्रभा देवी ने बताया कि सप्ताहिक बुधवारी जांच को लेकर डीलर की दुकान पर अधिकारी को उपभोक्ताओं की भीड़ के कारण पंजी का संधारण ठीक से नहीं हो पाया था। इस कारण से गेहूं और चावल स्टॉक रजिस्टर से गोदाम में कुछ अधिक पाए गए थे।
इसका स्पष्टीकरण भेज दिया गया था। लेकिन एकाएक एसडीओ कार्यालय से पूछे गए स्पष्टीकरण के पत्र में लिखा था कि अनियमितता से संबंधित समुचित जवाब नहीं मिलने पर लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के नियम के तहत अनुज्ञप्ति रद करने की कार्रवाई की जाएगी।
पोर्टल के अनुसार स्टॉक में चावल 124 बोरा और गेहूं 19 बोड़ा होना चाहिए था। जबकि चावल 59 बोरा कम एवं गेहूं 8 बोरा अधिक स्टॉक में पाया गया था। ग्रामीणों ने बताया कि डीलर उपभोक्ताओं की सुविधा के अनुसार खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा था।
असमायिक निधन से जन वितरण दुकान पर उपस्थित उपभोक्ता के बीच अफरा-तफरी की स्थिति हो गई। सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण की भीड़ लगी रही। स्थानीय लोगों ने बताया कि डीलर की पत्नी ने अनुज्ञप्ति रद होने का पत्र अपने पति को दिखाया था कि इस बीच हृदय गति रूक जाने से मौत हो गई।
डीलर को कोई संतान भी नहीं था। अधिक पढ़ा लिखा नहीं होने के कारण उनकी पत्नी के जनवितरण दुकान में सहयोग करते थे। पूर्व मुखिया रामनाथ सहनी ने डीलर की विधवा पत्नी को लाइसेंस देने की मांग जिला प्रशासन से की है, जिससे महिला का भरण पोषण हो।