बेनीपुर। ग्रामीण कार्य विभाग की कथित लापरवाही के कारण नवनिर्मित पथ 2 वर्ष के अंदर ही दम तोड़ती नजर आ रही है।
विभागीय संवेदक या अभियंता पथ निर्माण के 2 वर्षों के बाद भी अनुक्षरण कौन कहे झांकने तक भी नहीं आते।
जानकारी के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2020- 21 मैं मुख्यमंत्री ग्राम्य सड़क योजना अंतर्गत प्रखंड क्षेत्र के पोहद्दी पंचायत अंतर्गत आजाद चौक से लड़ाही टोला तक सड़क निर्माण कार्य की स्वीकृति मिली थी।
1785 मीटर सड़क निर्माण के लिए विभाग की ओर से एक करोड़ 5लाख 596 रुपए की स्वीकृति दी गई थी। जिसके लिए खुली निविदा से संवेदक को निर्माण कार्य का कार्यादेश दिया गया था।
इसमें 500 मीटर आबादी वाले क्षेत्र में पीसीसी ढलाई का प्रावधान किया गया था। शेष 1285 मीटर में काली करण का प्रावधान सुनिश्चित था। इसके लिए पांच वर्षों का अनुक्षरण की जिम्मेवारी भी संवेदन को दी गई थी।
सड़क का निर्माण कार्य तो जैसे तैसे निर्धारित समय सीमा के अंदर पूरा कर ली गई, लेकिन निर्माण के 2 वर्षों बाद आज तक उक्त सड़क में न तो सड़क किनारे फ्लैंक में मिट्टी का कार्य किया गया और ना ही खरंजाकरण की गई।
फलस्वरूप सड़क किनारे से छत बिक्षत होती जा रही है। वैसे तो सड़क निर्माण कार्य में अनुक्षरण मद में साल में दो बार घास एवं झाड़ी की कटाई, नालियों का पुनः स्थापन, सोल्डर का अनुक्षरण, पाट हॉल की मरम्मत, फ्लैंक सोलिंग, नाली का अनुक्षरण एवं क्रॉस ड्रेनेज का अनुक्षरण शामिल था।
लेकिन, वर्ष में दो बार मरम्मत की बात तो दूर की रही सड़क निर्माण के समय भी फ्लैंक का निर्माण नहीं किया गया। और सड़क में गड्ढे भरने की बात तो दूर की रही।
अनुक्षरण के नाम पर मात्र दो स्थानों पर लगाए गए साइन बोर्ड को वर्ष में एक बार लीपापोती कर नए ढंग से लिखावट कर दी जाती है। और, अनुक्षरण राशि भुगतान की मार्ग प्रशस्त हो जाती है।
दूसरी ओर सड़क के अनुक्षरण के नाम पर जगह-जगह जानलेवा गड्ढे एवं धोबी तालाब के समीप अस्तित्व विहीन होता सड़क स्थानीय लोगों के साथ साथ विभागीय पदाधिकारी एवं राजनीतिक दल का मुंह चिढ़ा रही है।
पिछले दिनों कई बार चार पहिया वाहन दुर्घटनाग्रस्त होते-होते बची। लेकिन ग्रामीण कार्य विभाग के एक भी अभियंता निर्माण कार्य से लेकर अभी तक उक्त सड़क को झांकने के लिए नहीं पहुंच पाए हैं।
इस संबंध में पूछने पर कार्यपालक अभियंता प्रताप पासवान बताते हैं कि मैं तो कुछ दिन पूर्व बेनीपुर ग्रामीण कार्य विभाग का अतिरिक्त प्रभार लिया है। अभी तक सभी सड़क की पहचान भी नहीं हो पाई है। जल्द ही इस सड़क का स्थल निरीक्षण कर नियमानूकुल कार्रवाई की जाएगी।