Prabhash Ranjan, Darbhanga | शराब के नशे में गिरफ्तार होने के बावजूद मनरेगा के एक रोजगार सेवक पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। 12 दिसंबर को पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर जिले भर में वाहनों की जांच की गई थी। इसी दौरान बहादुरपुर थाने की पुलिस ने सैदनगर से लहेरियासराय की ओर जा रहे मनरेगा के तीन कर्मियों को शराब पीने की हालत में पकड़ा।
शराब पीने की पुष्टि, FIR LODGED
पुलिस ने वाहन जांच के दौरान इन तीनों कर्मियों को रोकने के बाद ब्रेथएनालाइजर मशीन से जांच की, जिसमें शराब पीने की पुष्टि हुई। इसके बाद पुलिस ने तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और उन्हें न्यायालय भेज दिया। पकड़े गए कर्मियों में दो बहादुरपुर मनरेगा विभाग के निजी कंप्यूटर ऑपरेटर थे, जबकि तीसरा कर्मी चितरंजन चौधरी नामक पंचायत रोजगार सेवक था, जो जलवार, बीऊनि अंदामा सहित अन्य पंचायतों में कार्यरत था।
4 दिन बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
यह मामला चार दिन से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद किसी कार्रवाई के बिना लटका हुआ है। इस मुद्दे पर जिला प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है।
Darbhanga DM राजीव रौशन ने दिए निर्देश
इस मामले को लेकर डीएम राजीव रौशन ने बताया कि मीडिया रिपोर्ट्स के माध्यम से उन्हें इस घटना की जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि शराब पीने वाले कर्मी के खिलाफ कार्रवाई के लिए डीडीसी को निर्देशित किया जा रहा है।
यह घटना मनरेगा के कर्मियों की अनुशासनहीनता को उजागर करती है, और अब यह देखने वाली बात होगी कि प्रशासन इस पर किस तरह की सख्त कार्रवाई करता है।