जाले | हथिया नक्षत्र के दौरान पिछले दो-तीन दिनों से तेज हवा और लगातार बारिश के कारण जाले प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है।
3 अक्टूबर की देर शाम से ही विद्युत आपूर्ति बाधित है, जिससे पूरे क्षेत्र में अंधेरा छाया हुआ है।
लापरवाही या ज़िम्मेदारी? अंधेरे में जनता हमारी
बिजली नहीं रहने के कारण अधिकांश गांवों में अंधेरा पसरा हुआ है, हालांकि कुछ पंचायतों में लगे सोलर लाइट ही सड़कों को रोशन करते दिखे।
लगातार बिजली कटने के कारण इनवर्टर डिस्चार्ज हो गए हैं, और ग्रामीणों को रात में विषैले सांपों का खतरा बना हुआ है।
जेई और एसडीओ नहीं उठाते फोन
जदयू प्रदेश राजनैतिक सलाहकार समिति के सदस्य वली इमाम बेग चमचम ने कहा कि लगातार बिजली गुल रहने से लोग परेशान हैं।
उन्होंने बताया कि —
अधिकांश लोगों ने अब घरों में मिट्टी तेल रखना छोड़ दिया है।
गरीब परिवार छोटे सोलर लाइट से किसी तरह गुजारा कर रहे हैं।
बिजली विभाग के जेई और एसडीओ फोन नहीं उठाते, शिकायत करने पर कॉल बैक भी नहीं करते।
उन्होंने विभाग पर आरोप लगाया कि
“ये अधिकारी बरसात के पहले लाइन निरीक्षण नहीं करते, और बारिश के दौरान बिजली काटकर अपनी लापरवाही छिपाने का प्रयास करते हैं।”
बिजली विभाग का पक्ष
इस संबंध में विभाग के जेई ने बताया कि आंधी-पानी के कारण राढ़ी, मलिकपुर, रेवढ़ा, चंदौना, जोगियारा और दोघरा गांवों में पेड़ गिरने से विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त हुई है।
मानवबल लगाकर मरम्मत कार्य तेजी से किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि,
“लाइन निरीक्षण के दौरान मोबाइल नहीं उठा पाता हूँ, लेकिन कार्य पूरा होते ही आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।”
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से तत्काल बिजली आपूर्ति बहाल करने की मांग की है, ताकि ग्रामीणों को राहत मिल सके और दुर्घटनाओं से बचाव हो सके।