दरभंगा। दरभंगा प्रमंडल के कई क्षेत्रों में गंभीर पेयजल संकट के बीच गुरुवार को एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बिहार लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (PHED) के विशेष सचिव श्री संजीव कुमार की अध्यक्षता में दरभंगा अतिथि गृह में यह बैठक हुई। इसमें दरभंगा प्रमंडल के जल संकटग्रस्त प्रखंडों – जाले, बेनीपुर, घनश्यामपुर, बहादुरपुर, बहेड़ी, बिरौल – की स्थानीय समस्याओं की समीक्षा की गई।
पेयजल आपूर्ति में लापरवाही पर होगी सख्त कार्रवाई
बैठक में संजीव कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि:
आपदा की स्थिति में भी पानी की आपूर्ति हर हाल में सुनिश्चित हो।
यदि किसी स्तर पर लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित एजेंसी को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।
सभी जिलों में वॉटर सप्लाई टीमों की संख्या बढ़ाई जाए और एक सप्ताह के भीतर समाधान सुनिश्चित हो।
उन्होंने यह भी कहा कि जनता की सेवा में कोई कोताही स्वीकार्य नहीं होगी।
जल संकट से कानून व्यवस्था पर असर – डीएम कौशल कुमार
बैठक में दरभंगा जिला पदाधिकारी श्री कौशल कुमार ने बताया कि:
जल संकट के कारण कुछ क्षेत्रों में तनाव और विधि-व्यवस्था की चुनौतियां सामने आ रही हैं।
अधिकारियों को प्रखंड, पंचायत और वार्ड स्तर पर घर-घर पेयजल पहुंचाने को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया।
24 घंटे के भीतर मरम्मत और मोटर स्टॉक की तैयारी के निर्देश
डीएम ने विशेष रूप से यह भी आदेश दिया:
सभी जले हुए मोटर, स्टार्टर या बिजली संबंधित दोष को 24 घंटे में ठीक किया जाए।
संवेदकों (contractors) को निर्देश दिया गया कि कम से कम 10 मोटर स्टॉक में रखें ताकि किसी भी समय 12 घंटे के भीतर आपूर्ति शुरू की जा सके।
जल संकट के स्थलों पर सभी संसाधनों को प्राथमिकता के आधार पर भेजा जाए।
प्रभावित प्रखंडों की स्थिति गंभीर
जाले, बेनीपुर, घनश्यामपुर, बिरौल और बहादुरपुर जैसे क्षेत्रों में:
भूगर्भ जल स्तर गिर गया है, जिससे बोरिंग और नल जल योजनाएं प्रभावित हो रही हैं।
कई जगह पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हैं और स्टार्टर मोटर जल चुके हैं।
नागरिकों को गर्मियों में अत्यधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है, जिससे जन असंतोष भी उभर रहा है।
जल संकट को लेकर तेजी से हो रही है कार्रवाई
विशेष सचिव और डीएम ने साफ किया कि:
सभी मुख्य अभियंता और कार्यपालक अभियंता को फील्ड विजिट करने होंगे।
प्रत्येक पंचायत और वार्ड में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर कार्य योजना तैयार की जा रही है।
नालंदा मॉडल की तर्ज पर जहां वॉटर ATM की व्यवस्था हो, वहां संभव हो तो टैंकर या मोबाइल वाटर सप्लाई भी शुरू की जाएगी।
जनता से की गई अपील
अधिकारियों ने आमजन से अपील की है कि:
बर्बादी न करें, पानी का सावधानी से उपयोग करें।
किसी भी समस्या की सूचना टोल फ्री नंबर पर तत्काल दें।
आपदा में प्रशासन की ओर से की जा रही मदद का सहयोग करें, अफवाहों पर ध्यान न दें।
जल्द ही पेयजल आपूर्ति में राहत
दरभंगा प्रमंडल में जल संकट के बीच प्रशासन सक्रिय दिख रहा है। अगले 7 दिनों में समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। यदि दिए गए निर्देशों का पालन हुआ, तो जनता को जल्द ही पेयजल आपूर्ति में राहत मिलने की उम्मीद है।