दरभंगा, देशज टाइम्स अपराध ब्यूरो। दरभंगा जिला बल में कई ऐसे पुलिस पदाधिकारी हैं जो अपने वरीय पुलिस पदाधिकारीयों को भी ठेंगा दिखा देते हैं। झूठ बोलने में ये माहिर हैं। पूरे जिले में अनुसंधानकों की कमी नहीं हैं। लेकिन, 48 पुलिस पदाधिकारी ऐसे हैं। इनके जिम्मे कांड का अनुसंधान हैं। और, उन्होंने ससमय आरोप पत्र समर्पित नहीं किया हैं।
इन्हें अनुसंधान कर न्यायालय में आरोप पत्र समर्पित करना था। ताकि, ससमय कांडों का निष्पादन हो सके। मोबाइल फोन, व्हाट्सएप आदि के जरिए जब किसी कांड के बाबत वरीय पुलिस पदाधिकारी पूछते थे तो इनका जवाब रहता था कि जी सर अनुसंधान के बाबत आरोप पत्र समर्पित कर दिए हैं।
वहीं, जब वरीय पुलिस पदाधिकारी इस बाबत समीक्षा करते हैं तो पता चलता हैं कि अनुसंधानक की ओर से आरोप पत्र समर्पित नहीं किया गया हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार ने 48 अनुसंधानक का वेतन रोक दिया हैं। साथ ही स्पष्टीकरण पूछते हुए अनुशासनिक कार्रवाई के विरुद्ध सात दिनों के भीतर देने को कहा है।
यह आदेश 23अगस्त का ही हैं लेकिन इसमें कई ऐसे पदाधिकारी हैं जिन्होंने एसएसपी द्वारा पूछे गये स्पष्टीकरण का जवाब नहीं दिया हैं।
इसमें लहेरियासराय थाना के अनुसंधानकर्ता शाहिद जावेद ,राम शंकर पासवान ,मो मोसिम ,प्रतिपाल ,नारायण कुमार यादव ,कुमारी मौसम नगर थाना के खुशबू कुमारी, विनय कुमार चौधरी, अखिलेश कुमार विवि थाना के विजय कुमार सिंह, सदर के लालेन्द्र शर्मा, विष्णु पासवान, इसरार खां, साजिम रजा मब्बी ओपी के ध्रुव कुमार चौधरी, राम कुमार, भालपट्टी ओपी के धर्म सिंह यादव, हायाघाट थाना के थानाध्यक्ष संजय कुमार, बाबूधन राम, नीतू कुमारी, सुनील कुमार राम, अजीत कुमार कमतौल थाना के सकलदीप यादव, राकेश दुबे जाले के परिजन पासवान, ब्रज बिहारी नारायण सिंह, सिंहवाड़ा के शिव नारायण 2, सत्येन्द्र पासवान, बहेड़ा के अंजना कुमारी, शिव कुमार यादव, शालु कुमारी, बहेड़ी के मनु राजवंशी, मुनीपाल सकतपुर के चितरंजन प्रसाद सिंह, रंजय कुमार सिंह, सुदर्शन सिंह मनीगाछी के निर्मला कुमारी, मंगल राम अलीनगर के सुरेश कुमार सिंह बिरौल थाना के ब्रज बिहारी, रामचंद्र प्रसाद, मनीष कुमार घनश्यामपुर के वर्मदेब तूरी, रामेश्वर कुमार चौधरी एवं शशि भूषण का नाम शामिल हैं।