घनश्यामपुर | कमला और बलान नदी के उफान के कारण घनश्यामपुर प्रखंड के दस गांव बुरी तरह प्रभावित हैं। नदी का जलस्तर झंझारपुर में खतरे के निशान से 15 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है।
इससे बाउर, नवटोलिया, बैजनाथपुर, कनकी मुसहरी, कैथाही, रसियारी पुनर्वास टोला जैसे गांवों की अधिकांश सड़कें जलमग्न हो गई हैं और घरों में पानी घुसने से दो दर्जन से अधिक परिवार विस्थापित हैं।
खेत-खलिहान डूबे, आधे दर्जन स्कूलों में घुसा पानी
प्रशासन की ओर से बाउर और कनकी मुसहरी में तीन कम्युनिटी किचेन चालू किया गया है, जहां पीड़ित परिवारों को दिन में दो बार भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
सड़क और आवागमन: बाउर में प्रधानमंत्री ग्राम्य सड़क पर 2–3 फीट पानी बह रहा है, जिससे आवागमन बाधित है।
शिक्षा: लगभग आधे दर्जन स्कूलों में पानी घुसने से पठन-पाठन ठप है।
कृषि और पशुपालन: खेत खलिहान डूबने से पशु चारा, पेयजल, ईंधन और खाद्यान्न की कमी हो गई है। ग्रामीण दूर-दराज से हरा चारा काटकर नाव से घर तक ला रहे हैं।
विभागीय अभियंता विनय कुमार ने बताया
जलस्तर घटने से स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।
राजस्व कर्मी राकेश कुमार ने बताया
16 सरकारी नावों का परिचालन चल रहा है, जिससे राहत और आवागमन में मदद मिल रही है।