कुशेश्वरस्थान पूर्वी। कोरोना ने एक और कोरोना वारियर की जान ले ली। डॉ. विद्यासागर पासवान कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड के कुशेश्वरस्थान दक्षिणी पंचायत अंतर्गत खलासीन गांव के रहने वाले की कोरोना से मौत हो गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार डॉ.पासवान वैशाली जिले के पटेढ़ी बेलसर पीएचसी में कार्यरत थे। बिहार में लगातार बढ़ते कोरोना के इस दौर में भी अपनी जान का परवाह किए वगैर कोरोना वारियर के रूप में लगातार कार्य कर रहे थे।
अपने फर्ज को निभा रहे डॉ. पासवान खुद कोरोना के शिकार हो गए। गत पांच दिन से खुद कोरोना से लड़ रहे थे। कोरोना से लड़ते लड़ते पासवान अपनी जिंदगी से जंग हार गए। उनकी मृत्यु रविवार की देर रात आवास में हो गई। उनकी मौत से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
उनके भतीजे सह देशज टाइम्स के कुशेश्वरस्थान पूर्वी के पत्रकार प्रशांत कुमार ने बताया कि डॉक्टर पासवान की इकलौती पुत्री की 23 अप्रैल को इंगेजमेंट हुआ था। 22 मई को उनकी बेटी बसुंधरा का शादी तय थी। उनके घर मे खुशी का माहौल एक मिनट में गम में बदल गया।
मौत के बाद डॉ. पासवान को सोमवार को उनके घर कुशेश्वरस्थान लाया गया। वे अपने गांव में डॉक्टर नही बल्कि भगवान के रूप में पूजे जाते थे। उनका शव जैसे ही गांव पहुंचा लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी हालांकि परिवार के लोगो ने कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन कराते हुए सभी लोगो को अंतिम दर्शन कराया।
उनके गांव में सभी लोगो के घरों में दो दिनों तक चूल्हा तक जला। हरएक लोगो के आंख में उनके लिए आंसू छलक रहा था। सोमवार की देर शाम डॉ. पासवान का अंतिम संस्कार उसके गांव खलासीन में उनका अंतिम संस्कार किया गया।