धरती पर स्वर्ग बनाने का सपना हो या फिर आस्था का पथ प्रशस्त करने का संकल्प, ऐसे ही प्रयासों से समाज में नई इबारत लिखी जाती है।
गोपालगंज न्यूज: गोपालगंज के हथुआ प्रखंड में ग्रामीणों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जब सामूहिक इच्छाशक्ति बलवती हो, तो कोई भी लक्ष्य दुर्गम नहीं। गोपालगंज के हथुआ प्रखंड की सोहागपुर पंचायत के महैचा गांव के समीप स्थित पौराणिक बेलवाती धाम दुर्गा मंदिर तक पहुंचने वाली सड़क दशकों से श्रद्धालुओं के लिए चुनौती बनी हुई थी। दुर्गम रास्ते और बरसात में कीचड़ के कारण दर्शनार्थियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था। इसी समस्या को देखते हुए गांव के ही कुछ जागरूक नागरिकों ने पहल की और मंदिर तक सुगम पहुंच बनाने का बीड़ा उठाया। यह पहल केवल एक सड़क निर्माण की नहीं, बल्कि आस्था और जनसेवा के अद्भुत संगम की थी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
गोपालगंज न्यूज: आस्था और जनभागीदारी का अद्भुत संगम
गांव के लोगों ने महसूस किया कि बिना एक स्थायी और अच्छी सड़क के मंदिर की महिमा को पूरी तरह से साकार करना कठिन है। इसी भावना से प्रेरित होकर, महैचा गांव के कई परिवारों ने स्वेच्छा से मंदिर की सड़क के लिए अपनी बहुमूल्य भूमि दान करने का निर्णय लिया। यह एक ऐसा सामुदायिक योगदान है, जो दर्शाता है कि जब बात आस्था और विकास की आती है, तो ग्रामीण किसी भी त्याग के लिए तत्पर रहते हैं।
स्वैच्छिक भूमि दान: एक प्रेरणादायक पहल
भूमि दान करने वालों में कई परिवार शामिल हैं, जिन्होंने बिना किसी लोभ या दबाव के अपनी पुश्तैनी जमीन का एक हिस्सा लोक कल्याण के लिए समर्पित कर दिया। इस पहल ने न केवल सड़क निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया है, बल्कि पूरे क्षेत्र में सामुदायिक सौहार्द और सहयोग की एक नई मिसाल भी कायम की है। यह घटना यह भी बताती है कि कैसे छोटे-छोटे प्रयासों से बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं और स्थानीय स्तर पर विकास को गति दी जा सकती है। यह सामूहिक प्रयास निश्चित रूप से अन्य क्षेत्रों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
मंदिर समिति के सदस्यों और स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि इस सड़क के बनने से न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा होगी, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। बेलवाती धाम का महत्व दूर-दूर तक फैला हुआ है और अब जब यहां पहुंचना आसान होगा, तो अधिक से अधिक लोग इस पवित्र स्थल के दर्शन कर सकेंगे। यह सामुदायिक योगदान स्थानीय विकास की गाथा में एक स्वर्णिम अध्याय जोड़ रहा है।
मंदिर और क्षेत्र के लिए नई सुबह
ग्रामीणों के इस भूमि दान के बाद अब सड़क निर्माण का कार्य जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है। स्थानीय प्रशासन ने भी इस पहल की सराहना की है और इसमें हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है। यह सड़क केवल ईंट-पत्थर से बनी एक संरचना नहीं होगी, बल्कि यह समर्पण, आस्था और अदम्य इच्छाशक्ति का प्रतीक होगी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। बेलवाती धाम मंदिर परिसर में अब आने वाले समय में सुविधाओं का और विस्तार होगा, जिससे यह धार्मिक स्थल और भी आकर्षक बन सकेगा। यह उदाहरण सिद्ध करता है कि जनभागीदारी किसी भी विकास परियोजना की नींव को कितना मजबूत कर सकती है।




