back to top
4 सितम्बर, 2024
spot_img

मां के दाह संस्कार के लिए हिंदू और मुस्लिम बेटों में ठनी, अम्मी और मां के बीच फंसे मो. मोफिल और बबलू झा

आप पढ़ रहे हैं दुनिया भर में पढ़ा जाने वाला Deshaj Times...खबरों की विरासत का निष्पक्ष निर्भीक समर्पित मंच...चुनिए वही जो सर्वश्रेष्ठ हो...DeshajTimes.COM
spot_img
Advertisement
Advertisement

लखीसराय जिले के चानन थाना क्षेत्र अंतर्गत जानकीडीह गांव में एक महिला के शव के अंतिम संस्कार को लेकर उसके मुस्लिम और हिन्दू बेटों में विवाद हो गया। एक ही महिला, नाम दो-रायका खातून व रेखा देवी। मोफिल की ‘अम्मी’ भी वही और बबलू की ‘मां’ भी वही।

इससे महिला के अंतिम संस्कार को लेकर विवाद बढ़ा। विवाद को बढ़ता देख स्थानीय लोगों ने चानन पुलिस को इसकी सूचना दी मामला बढ़ता देख लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के हस्तक्षेप पर मामला सुलझा और हिंदू रीति-रिवाज से उसका अंतिम संस्कार हुआ।

यहां एक महिला की मौत के बाद उसके दो बेटे आपस में भीड़ गए। एक बेटा हिंदू है जबकि दूसरा मुस्लिम। दोनों अपने धर्म के रीती रिवाज के अनुसार अपनी अम्मी और मां का अंतिम संस्कार करना चाहते थे। मामला जिले के चानन प्रखंड व थाना क्षेत्र के जानकीडीह गांव का है। महिला का एक बेटा मो. मोफिल है, जबकि दूसरे का नाम बबलू झा है।

महिला ने करीब 45 साल पहले एक हिंदू से प्रेम विवाह किया था लेकिन इससे पहले वो मुस्लिम की पत्नी थी और उससे एक लड़का भी है। अब महिला का निधन हुआ तो दोनों बेटे अंतिम संस्कार को लेकर आमने-सामने आ गये।मां के दाह संस्कार के लिए हिंदू और मुस्लिम बेटों में ठनी, अम्मी और मां के बीच फंसे मो. मोफिल और बबलू झा इस विवाद में एएसपी सैयद इमरान मसूद जानकीडीह गांव पहुंचे व दोनों परिवारों के बीच समझौता कराया। इसके बाद शव को हिन्दू रीति रिवाज से दाह संस्कार के लिए ले जाया गया।

दरअसल, मृतक महिला रायका खातून की शादी एक मुस्लिम से हुई थी लेकिन उसके पहले पति ने उसे छोड़ दिया था। उस पति से महिला के दो बेटे हुए थे। एक मोहम्मद मोफिल, दूसरा मोहम्मद सोनेलाल। बाद में एक ब्राह्मण राजेंद्र झा को रायका खातून से प्यार हो गया और उसने महिला से हिंदू रीती रिवाज से शादी कर ली। हालांकि, उन्होंने कभी महिला का न तो धर्म परिवर्तन कराया और न ही अपना धर्म उनके ऊपर थोपा। शादी के बाद दोनों को एक बेटा बबलू और एक बेटी तेतरी हुई।

राजेंद्र झा ने 45 वर्ष पूर्व एक मुस्लिम लड़की रायका खातून से प्रेम-विवाह किया और उसे अपने साथ गांव ले आये थे। उसके साथ एक लड़का भी था, जिसका नाम मो मोफिल है। इसके बाद उस महिला से एक पुत्र और एक पुत्री हुई। पुत्र का नाम बबलू झा है। बबलू झा की मां का जब स्वर्गवास हुआ, तो बबलू हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार दाह संस्कार, तो मो मोफील मां का मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार मिट्टी देना चाहता था। इसी को लेकर विवाद बढ़ गया। विवाद को बढ़ते देख स्थानीय लोगों ने चानन पुलिस को इसकी सूचना दी।

मौके पर चानन थानाध्यक्ष रूबीकांत कच्छप दलबल के साथ पहुंचे व दोनों को समझाने का बहुत प्रयास किया। फिर इसकी सूचना एएसपी दी गयी। मौके की नजाकत को देखते हुए एएसपी सैयद इमरान मसूद ने दोनों परिवारों को बुलाकर समझौता कराया। इस दौरान पुलिस ने वोटर आईडी कार्ड में महिला रेखा खातून को रेखा देवी के नाम से पाया गया।

पुलिस ने दस्तावेज के आधार पर बुजुर्ग हिंदू हैं इसलिए हिंदू रीति रिवाज से उसका अंतिम संस्कार होना उचित है। फिर बबलू झा मां के शव को दाह संस्कार के लिए ले गया। पुलिस के इस फैसले के बाद मोहम्मद मोखील ने बताया कि मुझे मेरी मां का शव नहीं मिला। मैं अपने तरीके से उनका क्रिया कर्म करना चाहता हूं।

जरूर पढ़ें

Madhubani में 83 अफसर-कर्मी जद में! कार्रवाई तय…फैसला DM Anand Sharma करेंगे, बहुत जल्द

समय पर ऑफिस नहीं पहुंचे 83 अफसर-कर्मी! मधुबनी जिलाधिकारी आनंद शर्मा की सख्ती-बड़ी कार्रवाई...

Madhubani को ‘दरारों’ की सौगात… 2.86 करोड़ का पंचायत भवन…अंजाम…भ्रष्टाचार, लूट-खसोट, बर्बादी की चुप्पी

खजौली (मधुबनी) में 2.86 करोड़ की लागत से बना पंचायत भवन ‘दरारों’ से भर...

ट्रक में घुसी Grand Vitara Car, 5 कारोबारियों की मौके पर मौत

पटना-गया फोरलेन पर भीषण सड़क हादसा: ग्रांड विटारा पटना/गया। बुधवार की देर रात गया-डोभी फोरलेन...
error: कॉपी नहीं, शेयर करें