हरलाखी, देशज टाइम्स मधुबनी ब्यूरो। भारत-नेपाल सीमा के आवागमन का मुख्य मार्ग जटही-पिपरौन बॉर्डर के पुल का अप्रोच मार्ग बहने से दोनों देशों का संपर्क टूट गया है। फिलहाल कोरोना माहमारी को लेकर दोनों देशों की ओर से बॉर्डर को सील कर दिया गया है।
लेकिन कस्टम सामानों के लिए वाहनों का आवागमन जारी था। (jathi pipron border pool ka aproch) पुल के अप्रोच मार्ग बहने से नेपाल से कस्टम का भी संपर्क टूट चुका है। किसी भी तरह के वाहनों के आने जाने की कोई गुंजाइश नहीं है।
बहरहाल जब दोनों देशों के बीच आवागमन चालू भी होगा तो पुल (jathi pipron border pool ka aproch) का मार्ग प्रशस्त करने में महीनों लग जाएंगे। दरसअल वर्षों बाद भारी मशक्कत करने के बाद पुल के अप्रोच मार्ग से संपर्क हो पाया था।
कई महीनों तक पुल से मुख्य मार्ग को जोड़ा गया था। भारी वर्षा के कारण नेपाल से बाढ़ का पानी आस पास के (jathi pipron border pool ka aproch) दर्जनों गांवों में प्रवेश कर गया है। उमगांव, पिपरौन, गंगौर, हरिने, महादेवपट्टी, नहरनियां इत्यादि गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है, जिससे लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। सभी गांवों के सड़कों पर वर्षा का पानी जमा हो गया है।
सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे (jathi pipron border pool ka aproch) होने से करीब 3 फुट पानी जमा हो गया है। उमगांव- साहरघाट एनएच सड़क पर पूरी तरह आवागमन ठप हो चुका है। सड़क पर कीचड़युक्त मिट्टी होने से लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।
ठेकेदार की ओर से सड़क पर जैसे तैसे मिट्टी डालकर निर्माण कार्य (jathi pipron border pool ka aproch) छोड़ दिया है। उमगांव, दुर्गापट्टी, पिपरौन व फुलहर में सड़क पर काफी दूरी में कीचड़ जमा हो गया है, जिससे पैदल राहगीरों के अलावा बाइक सवार व वाहन चालकों के गाड़ी चलाना मुश्किल हो गया है।