Madhubani News| Benipatti News| बीएसएफसी गोदाम से सीधे पिकअप वैन….दिक्कत है?कहे कौन? देखें, VIDEO|जहां, बेनीपट्टी में बीएसएफसी गोदाम से सीधे पिकअप वैन पर लाद डीलरों को खाद्यान भेजा रहा है। आंगनबाड़ी केंद्रों व विद्यालयों के साथ (Arbitrariness in sending food grains to dealers in Madhubani) भी यही हो रहा। देखने वाला कोई नहीं। गोदाम के एजीएम कहते हैं, जिन्हें दिक्कत हो फोन करें।
बेनीपट्टी प्रखंड कार्यालय के निकट स्थित बीएसएफसी गोदाम की हकीकत की पोल खोलती वीडियो देखिए। क्या है। ये मनमानी क्यों? जहां, विभागीय नियमों और वरीय अधिकारियों के निर्देशों की कोई वैल्यू नही है़। जैसे मन हुआ बस वैसे गोदाम चलाया जा रहा। दरअसल, जनवितरण प्रणाली के विक्रेताओं,आंगनबाड़ी केंद्रों और विद्यालयों को सही वजन से खाद्यान,अनाज नही मिल पा रहा।
जानकारी के अनुसार बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र में कुल 164 जन वितरण प्रणाली की दुकानें वर्तमान में सक्रिय रूप से संचालित हैं। कम से कम 20-30 और अधिक से से अधिक 200-220 क्विंटल खाद्यान प्रत्येक माह प्रति डीलर को उपलब्ध कराना है। लेकिन, जब खाद्यान तौल कर दिया ही नही जा रहा तो फिर यह कैसे कहा जा सकता की डीलरों को आवंटन के अनुसार खाद्यान मिल रहा या नही, या कम मिल रहा या ज्यादा मिल रहा।
जबकि, नियमानुसार प्रत्येक बोरी में 50 किलो 700 ग्राम के हिसाब से खाद्यान देना है, जिसमें 50 किलो अनाज और 700 ग्राम बोरी का वजन शामिल है़। लेकिन वास्तविकता में ऐसा हो नही रहा। अगर जांच किया जाय तो बड़ी धांधली उजागर हो सकती है़। डीलरों को जो खाद्यान/अनाज मिल रही है़ उसमें प्रत्येक बोरी को तौला जाय तो कोई बोरी 42 किलो, कोई 45 किलो और सबसे अधिक 47 किलो की एक बोरी निकलेगी।
कुल मिलाकर कहा जाय तो जिस प्रकार जयनगर और दरभंगा से ट्रक पर लोड कर गेहूं,चावल भेज दिया जाता। बेनीपट्टी में कर्मियों की ओर से सीधे ट्रक अनलोड कर बीएसएफसी गोदाम में अनाज की बोरियों को सजा दिया जाता, उसी प्रकार जब डीलरों, आंगनबाड़ी केंद्रों और विद्यालयों को खाद्यान,अनाज भेजी जाती है़ तो सीधे गोदाम से मजदूर की ओर से पिकअप पर लोड करवा भेज दिया जाता है़।
वहीं, एजीएम के अनुसार खाद्यान तौलने के लिए मापतौल कांटा गोदाम के पास उपलब्ध है। इस व्यवस्था को देख कहीं न कहीं बड़े पैमाने पर धांधली की आशंका से नकारा नही जा सकता है़। कुल मिलाकर कहा जाय तो बिहार राज्य खाद निगम बेनीपट्टी गोदाम द्वारा व्यापक पैमाने पर धांधली की जा रही है। जिस पर किसी भी अधिकारियों की नजर नही जा रही। अगर ठीक से निष्पक्षता पूर्वक जांच की जाय तो बड़े पैमाने पर धांधली उजागर होगी। प्रत्येक माह सैकड़ों क्विंटल खाद्यानों की हकीकत सामने आएंगी।
वहीं, सही मायनों में देखा जाय तो इस धांधली में केवल गोदाम को ही कसूरवार नहीं ठहराया जा सकता है़ साहब! कहीं न कहीं डीलर,आंगनबाड़ी केंद्र और विद्यालय भी कसूरवार हैं। वहीं इस संबंध में जब गोदाम के एजीएम से पूछा गया तो उन्होंने कहा हमने कब किसी को खाद्यान तौल कर लेने से मना किया। जिनको मर्जी हो तौलवा कर खाद्यान ले सकते हैं, उसमें कर्मी कोई दिक्कत करते हैं तो डीलर सीधे मुझे फोन करें।