मुख्य बातें: विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर सदर अस्पताल में मेडिकल क्लाउनिंग का आयोजन, 24×7 घंटे उपलब्ध है नि:शुल्क मानसिक स्वास्थ्य संबंधित परामर्श की सुविधा
समीर कुमार मिश्रा, मधुबनी, देशज टाइम्स। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर सदर अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मी और डॉक्टर ने प्रथम बार मेडिकल क्लाउनिंग का आयोजन किया।
इसमें अस्पताल के रोगियों के लिए एक अलग प्रकार का मनोरंजन प्रदान किया गया। मेडिकल क्लाउन वाले क्लाउन्स अस्पताल के वार्ड में जाकर मरीजों के साथ विशेष अंदाज में बातें व हंसी-मजाक करते रहे।
सिविल सर्जन डॉ. नरेश कुमार भीमसारिया ने इस आयोजन की सराहना की और अस्पताल प्रबंधक को कहा कि ऐसे आयोजन का समर्थन किया जाए ताकि मरीजों के मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद मिल सके।
सर्जन ने स्टाफ नर्सेस को रोगियों को आरामदायक महसूस कराने के लिए सलाह दी नर्सेज ने मरीजों को हाथ से बने स्माइली और खाने के लिए फल दिए। कार्यक्रम का आयोजन पिरामल टीम ने किया। इस आयोजन का उद्देश्य मरीजों की चिंता और तनाव को कम करना था। क्योंकि हंसी का असर मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक होता है और इसका मदद से रोगियों के मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।
सर्जन ने बताया कि हमारी दिनचर्या की कई गड़बड़ आदतों के कारण भी मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर हो रहा है। लोगों में बढ़ती शारीरिक निष्क्रियता, नींद की कमी की समस्या के कारण मानसिक स्वास्थ्य विकारों में उछाल देखा जा रहा है।
लाइफस्टाइल के अलावा आनुवांशिक रूप से भी इसका जोखिम हो सकता है। बताया सभी लोगों को मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है, यह वैश्विक स्तर पर बढ़ती गंभीर समस्याओं में से एक है।
अगर हम दिनचर्या में कुछ बातों पर ध्यान दे दें तो मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने के साथ इसके कारण होने वाली कई प्रकार की शारीरिक समस्याओं के जोखिम को भी कम किया जा सकता है। तनाव से कई बीमारियों का खतरा बना रहता है।
24×7 घंटे उपलब्ध है नि:शुल्क मानसिक स्वास्थ्य संबंधित परामर्श की सुविधा: आमजनों को मानसिक तनाव से दूर रखने व इससे बचाव के लिए कई प्रयास किये जा रहे है। स्वास्थ्य विभाग के 24×7 मानसिक स्वास्थ्य संबंधित परामर्श की सुविधा उपलब्ध करायी
गयी है। टॉल फ्री नंबर- 104 पर डायल कर मानसिक स्वास्थ्य संबंधित परामर्श ले सकते है। इसके अलावां नजदीक स्वास्थ्य केंद्रों पर परामर्श की सुविधा उपलब्ध है।
अच्छी नींद लेना सभी के लिए आवश्यक:अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन ने बताया पर्याप्त नींद न केवल शारीरिक स्वास्थ्य, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक है।
नींद की गुणवत्ता और अवधि को बेहतर रखकर तनाव-चिंता और अवसाद जैसे विकारों के जोखिम को कम किया जा सकता है। रात में 6-8 घंटे की निर्बाध नींद लेने वालों की तुलना
में नींद विकारों या नींद न पूरी कर पाने वाले लोगों में कई प्रकार के मानसिक स्वास्थ्य विकारों का जोखिम अधिक पाया गया है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी उम्र के लोगों को अच्छी नींद प्राप्त करने पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
मानसिक स्वास्थ्य को लेकर बरतें सावधानीमोबाइल-टीवी, लैपटॉप या अन्य किसी भी प्रकार के स्क्रीन पर अधिक समय बिताने की आदत मानसिक स्वास्थ्य के लिए गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है।
स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी को शोधकर्ताओं ने मस्तिष्क और हार्मोन्स के सामान्य कार्यप्रणाली के लिए काफी नुकसानदायक पाया है। इसके अलावा विशेषज्ञ कहते हैं, सोशल मीडिया पर कम समय बिताने की कोशिश करें। सोशल मीडिया पर बढ़ रही नकारात्मकता आपके मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है।
रोजाना बनाएं व्यायाम की आदत: नियमित योग-व्यायाम बहुत आवश्यक व्यायाम आपके तनाव को दूर करने, मूड को बेहतर रखने, चीजों को बेहतर ढंग से करने और अच्छी नींद पाने में मदद करता है।अवसाद और चिंता जैसे विकारों के लक्षण को कम करने में भी नियमित योग-व्यायाम की आदत विशेष लाभकारी मानी जाती है।
प्राणायाम और मेडिटेशन जैसे योगाभ्यास मन को शांत करने, नकारात्मक विचारों को दूर करने और अवसाद के जोखिमों को कम करने में सहायक हो सकते हैं। दिनचर्या में योग-व्यायाम को शामिल करके मानसिक और शारीरिक दोनों तरह की सेहत को बेहतर रखा जा सकता है।
मौके पर सदर अस्पताल उपाधीक्षक अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन, अस्पताल प्रबंधक अब्दुल माजिद, मुदित पाठक, स्वर्णभा, नीता,सुनील, प्रकाश जोशी आदि उपस्थित थे।