गायघाट, देशज टाइम्स। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) बिहार राज्य निर्माण कामगार यूनियन व बिहार राज्य जनवादी महिला समिति की ओर से शनिवार को विभिन्न मांगों को लेकर बठवाड़ा में एक दिवसीय बैठक का आयोजन किया। जहां कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगे न पूरी होने पर डीएम के समक्ष धरना प्रदर्शन करने की रणनीति बनाई।
इसमें गरीबों, किसानों, मजदूरों समेत बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राहत पैकेज की मांग की गई।धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जान माल बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक बीरेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि गायघाट के पांच पंचायतों में आयी बाढ़ से बरूआरी, शिवदाहा, शिवदाहा बरैल, जहांगीरपुर, महेशवाड़ा समेत लदौर, बलौर निधि के गांवों में गरीबों किसानों की भयानक तबाही हुई है।
किसानों, खेत मजदूरों की खेती पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। आज तक बाढ़ प्रभावित गांवों जैसे बठवाड़ा, शिवदाहा, महेशवाड़ा, तेजौल, केवटसा, मिश्रौली आदि गांवों में राहत सामग्री के नाम पर कुछ भी नहीं मिला है। इस इलाके में 70 फीसदी खेती बटाई पर होती है। जहां 25 से 30 हजार रुपए उन किसानों ने कास्तकार को देने के बाद खेती पर लगाया था। उनकी पूरी पूंजी डूब गयी है।
इनके लिए सरकार मुआवजा देने का प्रावधान करे और बाढ़ राहत पैकेज की घोषणा करे। गांव-गाव में गरीबों को छह महीने तक मुफ्त में राशन दाल, तेल, चीनी, चना समेत जलावन की व्यवस्था के साथ, मनरेगा के तहत काम दे। धरना को बिहार राज्य निर्माण कामगार यूनियन संघ के नेता अब्दुल गफ्फार, विजय शंकर सिंह, कैलाश प्रासाद सिंह, सुबोध कुमार सिंह, पंडित चन्द्रशेखर उपाध्याय, परीक्षण दास आदि ने संबोधित किया।