नवादा। मानसून की पहली बारिश ने ही नवादा जिला मुख्यालय को जलजमाव के कारण अस्त-व्यस्त कर दिया है।
पहली बारिश ने नगरपालिका की बदतर व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। जिसे अब लोग नगरपालिका से नरक पालिका भी कहना शुरू कर दिया है।
भीषण वर्षा के कारण नवादा नगर की प्रमुख सड़कों पर 2 फीट तक पानी जमी है।जिस कारण वाहनों तो क्या आम नागरिकों को पैदल चलना भी काफी मुश्किल हो रहा है।
जलजमाव के कारण सड़कों पर नदियों की तरह कपड़े मोड़ कर गुजरते दिख रहे हैं। नवादा के जिलाधिकारी ने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को नवादा नगर की जलनिकासी व्यवस्था ठीक करने के निर्देश दिए थे।
मौसम की पहली बरसात ने हीं नगर परिषद की व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है । नगर परिषद में केवल नालियों के ऊपर नाली बनाकर ही पैसे निकाले जा रहे हैं। सच्चाई है कि आजादी के 70 वर्षों बाद भी नवादा नगर में जल निकासी की व्यवस्था सही नहीं हो सकी है।
इस कारण नवादा की बड़ी आबादी नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं । नवादा का नाक कहीं जाने वाले प्रमुख सड़कों पर जमे पानी ने नगरपालिका के इंतजाम से आम जनजीवन को अवगत करा दिया । जलजमाव से एक बड़ा खतरा होने की संभावना है। अगर समय रहते जल निकासी की व्यवस्था नहीं की गई तो वह दिन दूर नहीं जब नवादा नगर में हैजा-कॉलरा महामारी का रूप धारण कर लेगी ।
नवादा के प्रबुद्ध नागरिकों ने डीएम यशपाल मीणा से नवादा नगर की जल निकासी व्यवस्था ठीक कराने का आग्रह किया है । नगर परिषद के चेयरमैन पूनम कुमारी ने कहा कि अधिकारियों को जल निकासी का सख्त निर्देश दिए गए हैं ।जल्द ही व्यवस्थाएं ठीक करा ली जाएगी।
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