KK Pathak | ये केके हैं…। अब सरकारी स्कूलों में जमीन पर बैठकर छात्रों को पढ़ाने पर इन्होंने रोक लगा दी है।…यही है केके का ताजा फरमान जहां छात्रों के लिए बड़ी सुविधा सरकार देने जा रही है। साथ ही, शिक्षकों के लिए बहुत बड़ा नसीहत भी मिला है।
KK Pathak | बिहार में जब तक केके पाठक हैं। शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगा।
ऐसे में तय है बिहार में जब तक केके पाठक हैं। शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगा। अनवरत चलता रहेगा। इसमें असुधारवादियों को परेशानी भी आएंगीं। लेकिन, अगर सरकार का केके को साथ मिलता रहा, जैसा कि पूर्व में सीएम नीतीश कुमार ने कहा भी था कि वह एक ईमानदार अफसर हैं, सो हैं। इनमें सुधार की काबिलियत है। ऐसे में, जल्द ही बिहार की शिक्षा व्यवस्था में एक बड़ा चेंज होने जा रहा है। जहां, सरकारी स्कूलों के बच्चे अब जमींन पर बैठक पढ़ाई नहीं करेंगे।
KK Pathak | शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार
जानकारी के अनुसार, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने कह दिया है अब सरकारी स्कूलों में बच्चों को जमीन पर बिठाकर पढ़ाई नहीं होगी। इस पर लगा दी है उन्होंने रोक जहां शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने कहा कि बिहार के सभी विद्यालयों में शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार लाया जा रहा है। किसी भी विद्यालय में छात्र अब जमीन पर बैठकर पठन पाठन का कार्य नहीं करेंगे। छात्रों के बैठने के लिए विद्यालयो में बेंच – डेस्क की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। साथ ही सभी विद्यालयों में आधारभूत संरचना का काम तेजी से हो रहा है।
KK Pathak | सरकारी स्कूलों में बच्चों को जमीन पर बिठाकर पढ़ाई कराने पर रोक
श्री पाठक ने अब प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों को जमीन पर बिठाकर पढ़ाई कराने पर रोक लगा दी है। पाठक ने कहा कि किसी भी विद्यालय में छात्र अब जमीन पर बैठकर पढ़ाई नहीं करेंगे। छात्रों के बैठने के लिए विद्यालयो में बेंच-डेस्क की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। साथ ही सभी विद्यालयों में आधारभूत संरचना का काम तेजी से हो रहा है। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों में छात्रों का 75 प्रतिशत से अधिक की उपस्थिति पर जोर दिया जा रहा है। सरकार बच्चों को विद्यालय आने के लिए हर तरीके से प्रोत्साहित करने का काम कर रही है।
KK Pathak | नियोजित शिक्षक साक्षमता परीक्षा में पास करेंगे तभी विशिष्ट शिक्षक बनेंगे
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने कहा कि नियोजित शिक्षक साक्षमता परीक्षा में पास करेंगे तो वह विशिष्ट शिक्षक बनेंगे। परीक्षा नहीं देंगे तो वे नियोजित शिक्षक ही बरकरार रहेंगे। उन्होंने डीएलएड के छात्रों से कहा कि हर साल बीपीएससी के माध्यम से पर्याप्त संख्या में शिक्षकों की बहाली की जाएगी।
KK Pathak | 30 हजार शिक्षकों को शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए 100 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। हर सप्ताह बिहार में 20 हजार शिक्षकों को प्रशिक्षण देने का काम किया जा रहा है जो आगे चलकर 30 हजार शिक्षकों को शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।