पटना (Patna Politics) – वक्फ संशोधन बिल (Waqf Amendment Bill) के राज्यसभा से पास होने के बाद बिहार की सियासत (Bihar Politics) में हलचल तेज (Waqf Bill, DeshajTimes.Com) हो गई है।
वक्फ संशोधन बिल पास होते ही JDU में मचा घमासान, मुस्लिम नेताओं ने दिया इस्तीफा
गुरुवार देर रात 12 घंटे की लंबी बहस के बाद यह बिल राज्यसभा से पास हुआ, जिसमें 128 वोट पक्ष में और 95 वोट विपक्ष में पड़े। इससे पहले यह विधेयक लोकसभा से भी पारित हो चुका है और अब राष्ट्रपति की मंजूरी (President Approval) के लिए भेजा गया है।
नीतीश कुमार की पार्टी JDU ने किया बिल का समर्थन
इस विधेयक के समर्थन को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चौतरफा निशाने पर हैं, क्योंकि JDU ने बिल का समर्थन किया है। इसके बाद पार्टी के अल्पसंख्यक नेताओं में नाराजगी खुलकर सामने आई है।
पार्टी में इस्तीफों की बाढ़, मुस्लिम नेताओं में नाराज़गी
बिल के पास होते ही मो. कासिम अंसारी, मो. शाहनवाज मलिक, दिलशान राइन (भोजपुर) और अब मो. तबरेज सिद्दीकी अलीग, जो JDU के अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव थे, ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को त्यागपत्र सौंपा है।
त्यागपत्र में लिखा- “यह विश्वासघात है”
मो. तबरेज सिद्दीकी अलीग ने अपने पत्र में लिखा:
“वक्फ संशोधन बिल पर पार्टी के रुख ने मेरे विश्वास को गहरा आघात पहुंचाया है। जिस मुस्लिम समाज ने 19 वर्षों से पार्टी को समर्थन दिया, उन्हीं के हितों के विरुद्ध यह कदम उठाया गया है। यह लाखों मुस्लिम समर्थकों के विश्वास के साथ विश्वासघात है।”
उन्होंने अपनी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी जिम्मेदारियों से इस्तीफा दे दिया है। पत्र की प्रतिलिपि JDU प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा को भी भेजी गई है।
JDU में भगदड़ की चेतावनी, 2025 के चुनाव में पड़ेगा असर
मो. तबरेज ने यह भी दावा किया कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Assembly Election 2025) में इसका स्पष्ट असर दिखेगा। उन्होंने कहा कि पार्टी में अब आंतरिक भगदड़ मचने की पूरी संभावना है।