Bhagalpur Marine Drive: विकास की बयार में जब जनजीवन पर संकट के बादल मंडराते हैं, तब एक सजग प्रहरी की आवाज उठती है। बिहार में भागलपुर की बहुप्रतीक्षित मरीन ड्राइव परियोजना पर अब सवाल उठने लगे हैं।
भागलपुर मरीन ड्राइव: जनसंसद संरक्षक ने उठाई आवाज
जनसंसद संरक्षक अजीत कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक महत्वपूर्ण पत्र लिखकर इस महत्वाकांक्षी परियोजना के मौजूदा स्वरूप पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। उन्होंने मांग की है कि प्रस्तावित मरीन ड्राइव को आबादी वाले क्षेत्रों और मेला स्थल से दूर बनाया जाए, ताकि स्थानीय निवासियों और सांस्कृतिक आयोजनों पर इसका नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
अजीत कुमार का यह पत्र एक ऐसे समय में आया है जब भागलपुर में इस विकास परियोजना को लेकर स्थानीय लोगों में अलग-अलग राय है। कुछ लोग इसे शहर के लिए एक बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं, वहीं कुछ अन्य इसकी वर्तमान योजना पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं। संरक्षक अजीत कुमार ने मुख्यमंत्री का ध्यान इस ओर आकर्षित किया है कि यदि परियोजना को घनी आबादी वाले क्षेत्रों से गुजारा गया, तो इससे हजारों लोगों का विस्थापन हो सकता है और उनकी आजीविका प्रभावित हो सकती है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
उन्होंने पत्र में स्पष्ट रूप से कहा है कि जनहित को सर्वोपरि रखते हुए ही किसी भी विकास परियोजना की रूपरेखा तय की जानी चाहिए। मरीन ड्राइव जैसी बड़ी परियोजनाएं निश्चित रूप से शहर के सौंदर्य और पर्यटन को बढ़ावा दे सकती हैं, लेकिन इसका खामियाजा आम जनता को नहीं भुगतना चाहिए। अजीत कुमार ने सुझाया है कि परियोजना के लिए ऐसे वैकल्पिक मार्गों पर विचार किया जाए जो मानवीय बस्तियों और पारंपरिक मेला स्थलों से दूर हों। यह न केवल सामाजिक सामंजस्य बनाए रखेगा, बल्कि परियोजना के सुचारु क्रियान्वयन में भी सहायक होगा। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की अपील
जनसंसद के संरक्षक अजीत कुमार ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से व्यक्तिगत रूप से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में ही इस समस्या का उचित समाधान निकल सकता है। उनका मानना है कि सरकार को स्थानीय लोगों की चिंताओं को सुनना चाहिए और परियोजना को इस तरह से डिजाइन करना चाहिए जिससे सभी हितधारकों को लाभ हो। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उन्होंने उम्मीद जताई है कि सरकार इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर गंभीरता से विचार करेगी और ऐसा निर्णय लेगी जो भागलपुर के भविष्य के लिए सर्वोत्तम हो।


